भोपाल. हवाई यात्रा करने वालों को भोपाल एयरपोर्ट का एमबिएंस (माहौल) पसंद नहीं आता है। एयरपोर्ट टर्मिनल और टॉयलेट्स की साफ-सफाई और पार्र्किंग सिस्टम भी यात्रियों को अच्छा नहीं लगता। साथ ही यात्रियों को यहां बिजनेस और एग्ज्यूक्यूटिव लाउंज की कमी बेहद खलती है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) के ताजा कस्टमर सैटेस्फैक्शन सर्वे (जुलाई-दिसम्बर) में यह तथ्य सामने आएं हैं। राजधानी स्थित राजा भोज एयरपोर्ट को देशभर के 54 हवाई अड्डों में 39 वां स्थान मिला है। हालांकि पिछले सर्वे के मुकाबले भोपाल एयरपोर्ट की रैंकिंग में सुधार हुआ है। इस सर्वे में यह भी सामने आया है कि यात्रियों को एयरपोर्ट पर वाई-फाई, सिक्योरिटी, नेवीगेशन सिस्टम व सुरक्षाकर्मियों का व्यवहार अच्छा लगता है।
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जबलपुर-खजुराहो एयरपोर्ट की रैंकिंग गिरी रैंकिंग के तहत चंढीगढ, रायपुर, उदयपुर स्थित एयरपोर्ट टॉप थ्री स्थान पर कायम हैं। वहीं प्रदेश में इंदौर एयरपोर्ट को पहले की तरह 25वां स्थान ही मिला है। वहीं खजुराहो व जबलपुर एयरपोर्ट की रैंकिंग गिरी है। जबलपुर की रैंकिंग 48वें स्थान से गिरकर 50वें नंबर पर आ गई है और खजुराहो भी 14वें स्थान से खिसककर 15वें स्थान पर पहुंच गया है। इसके अलावा ग्वालियर को इस बार 47 वां स्थान है, पिछली बार ग्वालियर को सर्वे में शमिल नहीं किया गया था।
इन सुविधाओं से यात्री संतुष्ट पैरामीटर्स – प्वाइंट्स
वाई-फाई 4.62
सेफ्टी-सिक्योरिटी 4.59
नेवीगेशन सिस्टम 4.58
कनेक्टिंग फ्लाइट पकडऩे में आसानी 4.57
सुरक्षाकर्मियों का शिष्टाचार व हेल्पिंग नेचर 4.56
इन सुविधाओं से यात्री असंतुष्ट पैरामीटर्स – प्वाइंट्स
बिजनेस, एग्ज्यूक्यूटिव लाउंज 3.86
एयरपोर्ट का एंबिएंस 4.12
एयरपोर्ट टर्मिनल की साफ-सफाई 4.18
टर्मिनल पर मौजूद टॉयलेट्स की साफ-सफाई 4.26
पेड पार्र्किंग सुविधा का शुल्क 4.29
एएआई का कस्टमर सैटेस्फैक्शन सर्वे किस आधार पर रहा इस पर मैं कुछ नहीं कहना चाहूंगा। एयरपोर्ट टर्मिनल व टॉयलेट्स की साफ-सफाई आप कभी भी आकर देख सकते हैं। पिक-ड्रॉप पार्र्किंग में हमने 1 मिनट का इजाफा कर 6 मिनट किया है। भोपाल एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या बहुत ही कम है उस हिसाब से यहां बिजनेस, एग्ज्यूक्यूटिव लाउंज नहीं हैं।
– फ्लाइट लेफ्टिनेंट आकाशदीप माथुर, एयरपोर्ट डायरेक्टर