गर्भवती महिलाओं के लिए ये क्या करने जा रही है प्रदेश सरकार
भोपालPublished: Jul 21, 2017 01:33:00 am
गर्भवतियों को लम्बी दूरी से मिलेगी राहत, शहर की चार यूपीएचसी पर शुरू होगी जांच और डिलेवरी सुविधा
गर्भवती महिलाओं को जांच के लिए बार-बार नहीं जाना पड़ेगा जेपी या सुल्तानिया अस्पताल, 10 से 20 तक बेड रहेंगे यूपीएचसी में, नर्सिंग स्टाफ की होगी नियुक्ति, महिलाओं की सभी प्रकार की होगी जांच
भोपाल. राजधानी में गर्भवती महिलाओं को उनके घर के पास ही जांच और प्रसव की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चार नए डिलेवरी सेंटर शुरू हो रहे हैं। यह चार अर्बन पीएचसी में बनाए जाएंगे। यहां पर गर्भवती महिलाओं की सभी जांचों के साथ प्रसव की सुविधा भी रहेगी। इससे जेपी जिला अस्पताल और सुल्तानिया अस्पतालों का लोड कम होने के साथ गर्भवती महिलाओं को भी लंबी दूरी तय कर बार-बार जांच के लिए नहीं जाना पड़ेगा।
पायलट प्रोजेक्ट के तहत राजधानी से इसकी शुरुआत की जा रही है। इसके तहत अशोका गार्डन, 1100 क्वार्टर, आनंद नगर और बरखेड़ा पठानी की अर्बन पीएचसी में डिलेवरी की सुविधा शुरू की जाएगी। यहां पर स्त्री रोग विशेषज्ञों के साथ पैरामेडिकल और नर्सिंग स्टाफ की भी नियुक्ति की जाएगी। इसके साथ यहां पर पैथोलोजी लैब भी शुरू होगी जिसमें गर्भवती महिलाओं के लिए जरूरी सभी जांचों की सुविधा रहेगी। फिलहाल इन यूपीएचसी में 10 से 20 तक बेड रहेंगे। उसी के अनुसार स्टाफ तैनात किया जाएगा।
उपसंचालक स्वास्थ्य डॉ. पंकज शुक्ला के अनुसार इसे सबसे पहले पायलट प्रोजेक्ट के तहत भोपाल में शुरू किया जाएगा। यहां प्रयोग सफल होने के बाद पूरे प्रदेश में यूपीएचसी का चयन कर वहां पर डिलेवरी पॉइंट शुरू करने का प्रस्ताव है। भोपाल में यह सुविधा शुरू होने से जेपी जिला अस्पताल और सुल्तानिया अस्पताल पर काफी लोड कम होने की संभावना है।
सोनोग्राफी की भी रहेगी सुविधा
गर्भवती महिलाओं को जांच के लिए कहीं भटकना नहीं पड़े इसलिए इन चारों सेंटर्स पर सोनोग्राफी की सुविधा भी रहेगी। इसके लिए यहां पर सोनोग्राफी मशीन लगाने का प्रस्ताव है। हालांकि रेडियोलोजिस्ट की नियुक्ति नहीं होगी। यहां पर प्राइवेट रेडियोलोजिस्ट से दिन फिक्स कर सोनोग्राफी कराई जाएगी। इसके लिए उन्हें शासन द्वारा तय दरों पर प्रति केस के हिसाब से भुगतान किया जाएगा।