21 आतंकियों को साजिश का दोषी क्यों नहीं बनाया?
भोपाल. जेल प्रहरी रमाशंकर यादव की हत्या व जेल ब्रेक कर भागे सिमी के आठ आतंकियों के एनकाउंटर के बाद षड़यंत्र का खात्मा नहीं हुआ है। बावजूद पुलिस एनकाउंटर में ढेर हुए आतंकियों को ही अंतिम दोषी मानकर छह दिन से चुप बैठी हुई है। पुलिस की इस सुस्ती से जानकार हैरान हैं। पुलिस की […]
भोपाल. जेल प्रहरी रमाशंकर यादव की हत्या व जेल ब्रेक कर भागे सिमी के आठ आतंकियों के एनकाउंटर के बाद षड़यंत्र का खात्मा नहीं हुआ है। बावजूद पुलिस एनकाउंटर में ढेर हुए आतंकियों को ही अंतिम दोषी मानकर छह दिन से चुप बैठी हुई है। पुलिस की इस सुस्ती से जानकार हैरान हैं। पुलिस की कार्रवाई पर तमाम सवाल उठ रहे हैं। जानकारों का मानना है कि जेल में बंद सिमी के अन्य आंतकवादियों को पूरे षड़यंत्र की जानकारी अवश्य रही होगी। पुलिस अगर इनसे कड़ाई से पूछताछ करे तो इनकी प्लानिंग का बड़ा खुलासा हो सकता है। जानकार इस बात से हैरान है कि एेसा संभव नहीं है कि एक ही जेल में बंद आतंकियों के प्लानिंग की जानकारी दूसरे आतंकियों को नही रही होगी। यह अलग बात है कि वह भागने में कामयाब नहीं हो सके।
सिमी सरगना डॉ फैजल तक ‘आजादÓ
जेल में कैद सिमी आतंकियों का सरगना डॉ. अबू फैजल को भी पुलिस ने षडयंत्र का आरोपी नहीं बनाया है। जबकि उसको सिमी के हर गतिविधि को उसकी जानकारी रहती है। अबू फैजल खण्ड -अ में कैद है। एनकाउंटर में मारे गए तीन आतंकी उसके खास गुर्गे हैं। ऐसे में अबू फैजल को षडयंत्र की जानकारी नहीं होना गले नहीं उतरता। पुलिस ने अबू फैजल से अबतक पूछताछ भी नहीं की है।