भारतीय इलेक्ट्रोनिक्स उद्योग हरित पहल में आगे
सीईएएमए के 36वें वार्षिक उत्सव में एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष शर्मा ने यह बात कही।
•Dec 12, 2015 / 04:38 pm•
भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं अप्लायंस उद्योग उपभोक्ताओं के लिए आधुनिक जीवन की जरूरतों के मुताबिक निरंतर काम कर रहा है। हालांकि बढ़ती हुई मांग एवं बिजली की कमी के कारण अब इस उद्योग के पास हरित एवं ऊर्जा दक्ष उत्पाद एवं समाधान के निर्माण की अतिरिक्त जिम्मेदारी आ गई है, जो भारत को एक स्मार्ट देश के रूप में विकसित करने में मदद करेगी। सीईएएमए के अध्यक्ष मनीष शर्मा ने यह बात कही।
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड अप्लायंसेज मैन्युफैक्च र्स एसोसिएशन (सीईएएमए) के 36वें वार्षिक उत्सव में ‘ट्रान्सफॉर्मिग इंडिया टुवार्डस ग्रीन एण्ड स्मार्ट टेक्नॉलॉजी’ विषय पर गुरुवार को मनीष शर्मा ने कहा कि सीईएएमए उद्योग के सहयोग से देश की प्राथमिकताओं को आगे लाकर एवं विभिन्न हितधारकों के साथ विमर्श एवं सहयोग करके इस बदलाव में सबसे आगे है।
उन्होंने कहा, “हमने तकनीक को अपग्रेड करने एवं ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत तलाशने के लिए आवश्यक निवेश करके ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा दिया है। भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं अप्लायंसेज उद्योग हमेशा भारत के आधुनिकीकरण में अग्रणी है और यह स्मार्ट देश के निर्माण के अभियान की अगुवाई करेगा।”
‘ट्रान्सफॉर्मिग इंडिया टुवार्डस ग्रीन एण्ड स्मार्ट टेक्नॉलॉजी’ विषय पर अन्य वक्ताओं ने गहन विश्लेषण एवं दृष्टिकोण के द्वारा वर्तमान ऊर्जा दक्षता, बाजार के विकास एवं उपभोक्ताओं के बीच ऊर्जा दक्षता और हरित उत्पाद अपनाने के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सीईएएमए सदस्यों की भूमिका पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर चयनित लोगों को भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं अप्लायंस उद्योग में उनके बेहतरीन योगदान के लिए सम्मानित किया गया। गोदरेज अप्लायंसेज के व्यापार प्रमुख और कार्यकारी उपाध्यक्ष कमल नंदी को ‘मैन ऑफ अप्लायंस अवार्ड’ एवं डिक्सॉन टेक्नॉलॉजीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सुनील वाचानी को ‘मैन ऑफ द इलेक्ट्रॉनिक्स अवार्ड’ से सम्मानित किया गया।
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