बिलासपुर. साल में कई बार एेसा समय आता है जब यात्रियों को ट्रेनों में बर्थ मिलना मुश्किल हो जाता है। रेलवे ने यात्रियों की इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए तीन तरह सुविधा ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। सुविधा ट्रेन का किराया बर्थ की डिमांड के अनुपात के साथ बढ़ता जाएगा। हालांकि यात्रियों के अनुसार रेलवे ने यह कदम यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाने के लिए किया है।
रेलवे बोर्ड की ओर से मंगलवार को सुविधा ट्रेन चलाने संबंधित निर्देश जारी किया गया। सुविधा ट्रेन उन्हीं रूट पर जा सकेंगी जिस रूट पर प्रीमियम ट्रेनों के बर्थ कम से कम 80 फीसदी तक भरे रहते हों। इन्हें भीड़ वाले सीजन जैसे गर्मियों, त्योहार व विशेष मांग के समय चलाई जाएंगी।
इन ट्रेनों में यात्रियों को वेटिंग के बजाय कन्फर्म या आरएसी के टिकट दिए जाएंगे। यात्री इसमें अपना रिजर्वेशन 30 दिन पहले से 10 दिन पहले तक आरक्षण करा सकते हैं। पूरी तरह से वातानुकूलित ट्रेनों में कैटरिंग सुविधा अनिवार्य होगी। इस शुल्क के अलावा यात्रियों को कैटरिंग चार्ज, सर्विस टैक्स, आरक्षण शुल्क, सुपरफास्ट चार्ज अलग देना होगा। हालांकि जोनल महाप्रबंधक को शताब्दी ट्रेन सुविधा चलाने का अधिकार होगा। इनका किराया शताब्दी ट्रेनों बेस फेयर में तत्काल शुल्क मिलाकर तय होगा।
किराए के होंगे पांच स्तर – किराए की दर में एसी और गैर एसी दोनों श्रेणियों में हर 20 फीसदी बुकिंग के बाद बढ़ोतरी होगी।
– इसके बाद 20 से 40 फीसदी बर्थ की बुकिंग इससे डेढ़ गुने दर पर की जाएगी।
– 40 से 60 फीसदी बर्थ की बुकिंग दो गुने दर पर की जाएगी।
– 60 से 80 फीसदी बर्थ की बुकिंग ढाई गुने दर पर की जाएगी।
तीन तरह की ट्रेनें चलेंगी – पूरी तरह वातानुकूलित सविधा ट्रेन
– मिश्रित सुविधा ट्रेन
– मिश्रित मेल/एक्सप्रेस ट्रेन
– 80 से 100 फीसदी बर्थ की बुकिंग तीन गुने दर पर की जाएगी।
(अरुण रंजन)
Hindi News/ Bilaspur / सुविधा ट्रेन का किराया पहले आओ, सस्ता पाओ की तर्ज पर