फारेस्ट गार्ड के घर से गायब हुए गहने 8 दिन के बाद घर के पीछे बाड़ी में मिले
मंगला निवासी दीनदयाल यादव पिता पंचाराम यादव (55) फारेस्ट डिपार्टमेंट में
गार्ड हैं। उन्होंने 5 जनवरी को शाम सिविल लाइन थाने में घर में चोरी होने
की रिपोर्ट लिखाई थी।
बिलासपुर. मंगला में फारेस्ट गार्ड के मकान से 4 जनवरी को रहस्यमय ढंग से गायब हुए लाखों के जेवरात 8 दिनों के बाद मकान के पीछे बाड़ी में मिले। फारेस्ट गार्ड ने गहने पुलिस के सुपुर्द कर दिए हैं। अचानक गहने मिलने की घटना के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मंगला निवासी दीनदयाल यादव पिता पंचाराम यादव (55) फारेस्ट डिपार्टमेंट में गार्ड हैं। उन्होंने 5 जनवरी को शाम सिविल लाइन थाने में घर में चोरी होने की रिपोर्ट लिखाई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक 4 जनवरी को सुबह दीनदयाल अपने ऑफिस चले गए थे। घर में उनकी पत्नी सरस्वती, बेटा सुनील, और बहू थे। कुछ देर बाद सुनील अपने काम पर चला गया। दोपहर 12 बजे सरस्वती और सुनील की पत्नी मंगला चौक में आयोजित सत्संग में चले गए थे। इसी बीच चोर पिछले हिस्से से छत के रास्ते उनके मकान में दाखिल हुए। दो बेडरूम की आलमारी के लॉकरों वहीं रखी चाबी से खोला।
सोने की चूड़ी, सोने के 2 हार, 2 जोड़ी सोने के झुमके, सोने की 2 अंगूठी (14 तोला) और चांदी की 2 पायल, करधन, बिछिया व अन्य जेवरात (70 तोला) समेत लाखों का माल पार कर दिया। इस घटना को पुलिस पहले ही संदेह की नजर से देख रही थी।
जांच के दौरान पुलिस ने परिवार के सदस्यों को एक-एक कर थाने में बुलाकर पूछताछ की। इधर 8 दिनों के बाद चोरी के जेवरात घर के पीछे बाड़ी में मिल गए। गुरुवार को यह बात फारेस्ट गार्ड दीनदयाल ने सिविल लाइन पुलिस को बताते हुए जेवरात सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने मामले की पड़ताल कर रही है।