बिलासपुर. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के पदाधिकारियों ने आईजी व कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पीसीसी महामंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। नेताओं ने नसबंदी कांड के आरोपी राकेश खरे के कांग्रेस नेता के कोनी होटल कंट्री क्लब से गिरफ्तार को वहीं से दिखाने की मांग की।
आरोप लगाया कि राजनैतिक दबाव में कांग्रेसी अटल श्रीवास्तव पर कार्रवाई न कर पुलिस उन्हें संरक्षण दे रही है। सियासी गलियारे में जकांछ के इस प्रदर्शन को कांग्रेस में कभी साथ रहे और दो नेताओं के आपसी द्वंद्व की परिणीति बताया जा रहा है। जकांछ की राष्ट्रीय महामंत्री वाणी राव ने राजनीतिक खुन्नस से साफ तौर पर इंकार किया है। जकांछ ने पहले आईजी आफिस व कलेक्टोरेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपकर बताया कि राकेश खरे को कांग्रेस नेता के क्लब से गिरफ्तार किया। लेकिन राजनैतिक दबाव के कारण कांग्रेसी नेता अटल श्रीवास्तव को बचाने की कोशिश की जा रही है।
जकांछ की महासचिव वाणी राव ने कहा कि पुलिस को लगातार गुमराह करने के लिए कांग्रेस नेता ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए आंदोलन किया था। वहीं पीसीसी महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने कहा कि यह भाजपा नेताओं के बयान के बाद उनकी बी टीम का उपक्रम है। उनके खिलाफ जल्द रहे षड्यंत्र का हिस्सा है। जिसमें मंत्री उन्हें फंसाना चाहते हैं। कंट्री क्लब से किसी भी अपराधी की गिरफ्तारी नहीं हुई।
भाजपा की बी टीम की साजिश : इस मामले में पीसीसी महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने पुलिस के दावों को झूठा बताते हुए पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि कंट्री क्लब मेरा है लेकिन पिछले कुछ सालों से यह किराए पर चल रहा है। कौन आया, कौन गया इन सब चीजों की जानकारी पुलिस को होटल प्रबंधक से मिल जाएगी। उन्होंने मामले में भाजपा पर साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि 18 घंटे बाद पुलिस बता रही है कि राकेश खरे को गिरफ्तार किया गया है। इन 18 घंटों में क्या कुछ साजिश रची गई, इसकी जानकारी भी पुलिस को देनी चाहिए। उन्होंने राकेश की गिरफ्तार तिफरा से होना बताया।
मालिक को बनाए जाएं आरोपी : जोगी कांग्रेस ने इस मामले में कांग्रेस नेता अटल श्रीवास्तव को नसबंदी कांड में सह-आरोपी बनाने की मांग की है। पार्टी ने आईजी को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए आंदोलन करना और उसे छिपाना दण्डनीय अपराध है। प्रभावित परिवारों के साथ अन्याय है और इसलिए होटल मालिक को आरोपी बनाकर उस पर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। इस दौरान राष्ट्रीय महासचिव वाणीराव, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष धर्मजीत सिंह, ज्वाला प्रसाद चतुर्वेदी, संतोष दुबे, विश्वंभर गुलहरे, शहजादी कुरैशी बृजेश साहू, समीर अहमद, जीतू ठाकुर समेत कई नेता मौजूद थे।