बिलासपुर. डीएव्ही पब्लिक स्कूल में मंगलवार को प्रिंसिपल के स्थानांतरण के विरोध में टीचर व स्टाफ के प्रदशज़्न के बाद गुरुवार को बच्चे भी सड़क पर उतरकर एसईसीएल के खिलाफ प्रदशज़्न करने लगे। सुबह से ही स्कूल के सामने बच्चे व उनके अभिभावक एकत्रित होकर एसईसीएल के खिलाफ जमकर हंगामा किया। स्कूल के शिक्षक व पालक ने इस संबंध में मंत्री अमर अग्रवाल से मिलकर हस्ताक्षेप की मांग की लेकिन अमर अग्रवाल ने अपनी अधिकारी क्षेत्र से बाहर होने की कहते हुए उनकी बातों को घुमा-फिरा दिया। गुरुवार को स्कूल में दिन भर पढ़ाई नहीं हुई।
शहर के बसंत बिहार में संचालित डीएव्ही पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल जीव्ही राज शेखर राव का स्थानांतरण सोनाडीह भाटापारा कर दिया गया। इसके विरोध में स्कूल में कायज़्रत करीब 80 शिक्षक-शिक्षिकाएं और दो दजन स्टाफ ने बुधवार को अघोषित हड़ताल कर दी। शिक्षक क्लास में गए जरूर, लेकिन उन्होंने बच्चों को नहीं पढ़ाया। स्कूल में दिनभर प्रिंसिपल के स्थांतरण को लेकर चचाज़् चलती रही।
तबादला रुकवाने के लिए शिक्षक रणनीति बनाने में जुटे रहे। शाम 5 बजे शिक्षकों ने एसईसीएल कायाज़्लय पहुंचकर तबादला निरस्त कराने के लिए सीएमडी रेड्डी से चचाज़् की। राजशेखर राव पिछले 2 साल तीन महीने पहले ही स्कूल में बतौर प्रिंसिपल ज्वाइन किया था। शिक्षकों का कहना है कि प्रिंसिपल राव के कुशल प्रबंधन के कारण ही पूरे प्रदेश में स्कूल का रिजल्ट सबसे बेहतर आया।
सभी बच्चे, टीचर व स्टाफ उनकी कायप्रणाली से खुश हैं। लेकिन लोकल बॉडी के दबाव में एसईसीएल द्वारा उनका अचानक स्थानांतरण कर दिया गया। इससे पहले किसी प्रंसिपल का इस तरह से अचानक ट्रांसफर नहीं किया गया। पूवज़् में बी अशोक कुमार 20 साल तक यहां प्रिंसिपल रहे। उनके बाद एसके राई 5 साल तक प्रिंसिपल रहकर रिटायडज़् हुए, जिसके बाद राज शेखर राव को प्रिंसिपल बनाकर भेजा गया।
एडमिशन के लिए बनाते हैं दबाव : एसईसीएल में प्रदशज़्न कर रहे शिक्षकों ने बताया कि एसईसीएल के लोकल मैनेजमेंट ने ही जुलाई के बाद नसज़्री के अलावा किसी भी क्लास में एडमिशन न देने का नियम बनाया था, लेकिन लोकल बॉडी द्वारा प्रिंसिपल पर नियम विरुद्ध प्रवेश देने का दवाब बनाया जा रहा था, जिसे मानने से उन्होंने इनकार कर दिया। इसके साथ ही राव द्वारा शिक्षक व स्टाफ के लिए सातवें वेतनमान की मांग की जा रही है। इसे लेकर भी मैनेजमेंट की नाराजगी थी।
डीएव्ही स्कूल के टीचर बुधवार को सीएमडी बीआर रेड्डी से मिले थे। उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल के ट्रांसफर को लेकर बात की। डीएव्ही का मैनेजमेंट एसईसीएल से अलग है। स्कूल के पोस्टिंग, ट्रांसफर व अन्य निणज़्य डीएव्ही मैनेजमेंट द्वारा ही लिए जाते हैं। इसमें एसईसीएल कुछ नहीं करता। मिलिंद चहांदे, पीआरओ एसीसीएल