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छात्रसंघ चुनाव: 86 फीसदी कॉलेजों ने कहा नहीं कराना, 14 फीसदी तैयार

locationबिलासपुरPublished: Jul 20, 2017 11:19:00 pm

Submitted by:

Kajal Kiran Kashyap

0 शेष कॉलेजों को भेजा गया रिमाइंडर

bilaspur university

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बिलासपुर. बीयू प्रशासन को भेजे गए अभिमत में ज्यादातर कॉलेजों ने छात्रसंघ चुनाव कराने को लेकर असहमति जताई है। 86 फीसदी कॉलेज संचालक और प्रशासन जहां इसके विरोध में हैं और शैक्षणिक गतिविधि प्रभावित होने और अपराधिक गतिविधि बढऩे का हवाला दे रहे हैं। वहीं 14 फीसदी कॉलेज प्रबंधन और प्रशासन छात्रहित का हवाला देकर चुनाव कराने के पक्षधर हैं।
अगले साल 2018 में विधानसभा चुनाव होना है, एेसे में राज्य शासन इस बात को लेकर सशंकित है कि यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव कराए जाएं या नहीं। पिछले साल चुनाव के दौरान राजधानी रायपुर समेत कई कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में हिंसा के कारण तनाव की स्थिति निर्मित हुई थी इसलिए सरकार अब तीन साल चुनाव कराने के बाद चुनाव को लेकर असमंजस की स्थिति में है।
राज्य शासन ने छात्रसंघ चुनाव कराए जाएं या नहीं इसको लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन से और यूनिवर्सिटी प्रशासन ने संबद्ध कॉलेजों से 5 बिंदुओं पर राय मांगी है ताकि शासन को वस्तुस्थिति से अवगत कराकर निर्णय लेने में सहयोग किया जा सके। बताया जाता है कि अब तक 80 कॉलेजों प्रशासन और प्रबंधनों ने अपना अभिमत भी बीयू के पोर्टल पर भेज दिया है, शासन से अभिमत के संबंध में रिमाइंडर न आने के कारण यूनिवर्सिटी प्रशासन ने शेष कॉलेजों को रिमाइंडर भेजकर अपना अभिमत देने निर्देश दिया है। मिले अभिमत के पांच बिंदुओं पर की गई काउंटिंग के मुताबिक 86 फीसदी कॉलेज चुनाव कराने के पक्ष में नहीं है। उनका कहना है कि चुनाव के कारण शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित होती है, वहीं कॉलेज और यूनिवर्सिटी में अपराधिक गतिविधियां बढ़ जाती है जिसके चलते पूरे शिक्षण सत्र के दौरान यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में हंगामे की स्थिति निर्मित होती है।
ये पूछा गया है कॉलेजों से-
संबद्ध कॉलेजों को भेजे गए 5 बिंदुओं के फार्मेट में पूछा गया है
– कि गत वर्ष जुलाई 2016 में आपके कॉलेज में क्या शैक्षणिक गतिविधि आरंभ की गई थी।
– क्या छात्रसंघ चुनाव के शैक्षणिक गतिविधियों पर विपरीत प्रभाव पड़ा है।
– पिछले तीन साल के अनुभव के आधार पर क्या आप छात्रसंघ निर्वाचन प्रक्रिया को जारी रखे जाने के पक्ष में हैं।
– क्या आप वर्तमान में प्रचलित प्रत्यक्ष चुनाव प्रणाली से सहमत हैं।
– आप क्या सोंचते हैं कि छात्रसंघ चुनाव को लेकर कोई और विकल्प है यदि है तो अवगत कराएं।
80 कालेजों ने भेजा है अभिमत
कॉलेजों को रजिस्ट्रार एट द रेट बिलासपुर यूनिवर्सिटी डॉट एसी डॉट इन पर फार्मेट को भरकर 7 दिवस के अंदर भेजने निर्देश दिए गए हैं ताकि शासन को आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए इस जानकारी को भेजा जा सके। यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा जारी फार्मेट के संबंध में 162 में से 80 कॉलेजों ने सभी पांच बिंदुओं पर अपना अभिमत भेजा है, जिसकी लिस्टिंग कराकर रिपोर्ट सौंपने के लिए अधिष्ठाता छात्र कल्याण को निर्देश दिया गया है।

छात्रसंघ चुनाव को लेकर सभी संबद्ध कॉलेजों से 5 बिंदुओं पर तय फार्मेट में अभिमत मांगा गया था, अभी तक 80 कॉलेजों ने इसको लेकर अपनी राय यूनिवर्सिटी के वेबपोर्टल पर दी है। अधिष्ठाता छात्र कल्याण से रिपोर्ट तैयार कर जानकारी मांगी गई है।

डॉ इंदू अनंत, कुलसचिव,बीय

अभी तक 80 कॉलेजों से अभिमत आए हैं। अभिमत की काउंटिंग के आधार पर 86 फीसदी कॉलेज प्रबंधन और प्रशासन छात्रसंघ चुनाव के पक्ष में नहीं है। वहीं 14 फीसदी मानते हैं कि छात्रसंघ चुनाव होना चाहिए। शासन से अभी तक रिमाइंडर नहीं आया है इसलिए कॉलेजों को रिमाइंडर भेजकर अभिमत भेजने एक और मौका दिया गया है ताकि सभी के अभिमत आ जाएं और स्पष्ट राय निकलकर सामने आए जिसे शासन को भेजा जा सके।

डॉ एचएस होता, अधिष्ठाता छात्र कल्याण, बीयू




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