अफसर बोले, हमें नहीं दिखे रेलवे स्टेशन पर अवैध वसूली करने वाले गुर्गे
बिलासपुरPublished: Dec 20, 2016 01:26:00 pm
रेल प्रशासन के एक अफसर ने दावा कि ‘पत्रिकाÓ में खबरें प्रकाशित होने के
बाद हमने सोमवार को मौके पर नजर रखी, लेकिन ठेकेदार के गुर्गे अवैध वसूली
करते नहीं दिखे।
बिलासपुर. रेलवे स्टेशन में ड्रॉप एंड गो व्यवस्था की आड़ में स्टैंड ठेकेदार द्वारा की जा रही अवैध वसूली से पूरा शहर परेशान है। आए दिन विवाद की स्थिति बन रही है। लेकिन ये रेलवे के अफसर ठेकेदार और उसके गुर्गों को क्लीन चिट दे रहे। रेल प्रशासन के एक अफसर ने दावा कि ‘पत्रिकाÓ में खबरें प्रकाशित होने के बाद हमने सोमवार को मौके पर नजर रखी, लेकिन ठेकेदार के गुर्गे अवैध वसूली करते नहीं दिखे। ड्रॉप एंड गो सिस्टम के तहत एक तरह से रेलवे प्रशासन ने स्टेशन के बाहर का पूरा इलाका ही ठेकेदार के नाम कर रखा है। यही वजह है कि लगातार हो रही घटनाओं और शिकायतों के बाद भी रेलवे प्रशासन ने कभी इस समस्या पर ध्यान ही नहीं दिया। इधर स्टैंड ठेकेदार के कर्मचारी रोजाना अवैध वसूली कर रहे हैं। ड्रॉप एंड गो के तहत यात्रियों को दिया जा रहा 10 मिनट का समय वैसे भी कम पड़ता है। लेकिन स्टैंड ठेकेदार और उसके कर्मचारी लोगों को इतना समय भी नहीं दे रहे। केवल प्रवेश करने मात्र से ही वे पैसे वसूल कर रहे हैं। इसे लेकर आए दिन विवाद की स्थिति बन रही है। मामला थाने तक भी पहुंच रहा है। लेकिन रेलवे के अफसरों को यह सब नहीं दिख रहा।
पहले मैनुअल, अब मशीन से दर्ज समय के साथ निकाल रहे पर्ची
हालांकि पत्रिका द्वारा ड्रॉप एंड गो के नाम पर हो रही अवैध वसूली को लेकर खबरें प्रकाशित करने के बाद सोमवार को एक बदलाव जरूर दिखा। ठेका कर्मियों ने सोमवार को वाहन चालकों को मैनुअल की जगह हैंड मशीन से पर्ची दी। इसमें बाकायदा समय दर्ज किया गया। इससे पहले हाथ से लिखी पर्ची थमाते थे, जिसमें समय दर्ज नहीं किया जाता था। समय दर्ज न होने से ठेका कर्मी 10 मिनट का ठहराव न होने के बावजूद लोगों से पैसे वसूल लेते थे।
कर रहे औचक निरीक्षण
पत्रिका द्वारा ड्रॉप एंड गो के नाम पर की जा रही वसूली की खबर प्रमुखता से प्रकाशित करने के बाद डीआरएम बी गोपीनाथ मलिया ने वाणिज्य विभाग के अधिकारियों को ठेकेदार द्वारा की जा रही अवैध वसूली पर नजर रखकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए, जिसके बाद सोमवार को अधिकारियों ने तीन बार पार्किंग में विभागीय लोगों को चुपचाप भेजकर वसूली पर रिपोर्टिंग करवाई लेकिन अवैध वसूली की कोई शिकायत नहीं मिली। हालांकि अधिकारियों ने बताया कि सुबह, दोपहर और शाम के समय नजर रखी गई, लेकिन ठेका कर्मचारी बेजा वसूली करते नहीं मिले।
बोर्ड ऐसा कि ठीक से नजर नहीं आता-
ड्रॉप एंड गो सिस्टम की जानकारी देने के लिए रेलवे ने पीआरएस सेंटर और जीआरपी चौकी के पास दो नाकों पर बोर्ड लगाए हैं। लेकिन बोर्ड इतने छोटे व अंदर हैं कि आते-जाते वाहन चालकों को यह सहज ही नजर नहीं आता। अधिकतर ठेकेदार के गुर्गे इसका फायदा भी वाहन चालकों से प्रवेश करने मात्र से ही रुपए वसूल लेते हैं।
रेलवे की अपील, अवैध वसूली हो तो यहां करें शिकायत
रेलवे ने ड्रॉप एंड गो में आने वाले यात्रियों से अपील की है कि अगर 10 मिनट के पहले ठेकेदार या उसके कर्मचारी द्वारा उनसे पैसे की वसूली की जाती है तो वह स्टेशन में तैनात किसी भी राजपात्रित अधिकारी, पूछताछ में मौजूद शिकायत पुस्तिका या फिर सोशल मीडिया के माध्यम से शिकायत कर सकते हैं।
मामले में जांच करवाई जा रही है। यदि अवैध वसूली करते पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी। टेंडर निरस्त किया जा सकता है।
बी गोपीनाथ मलिया, डीआरएम, रेल मंडल बिलासपुर.