सबसे पहली शर्त है गहरी नींद। ब्रेन का टॉनिक है नींद। स्कूल जाने वाले बच्चे को 24 घंटे में से 8-10 घंटे, वयस्क को 7-8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। अच्छी नींद दिमाग में न्यूरॉन्स बनाती है। नींद पूरी न होने पर दिमाग में बीटा एमिलॉयड जमा हो जाता है और असाध्य रोग जैसे अलजाइमर का खतरा बढ़ जाता है।
1. हमारे ब्रेन में हर रोज 70 हजार से ज्यादा विचार जन्म लेते हैं। इसलिए दिमाग को आराम देने का मतलब है नई सोच को जन्म देना।
2. मौका मिलते ही रोजमर्रा की जिंदगी से बाहर निकलें। छुट्टी लेकर घूमने जाएं, इससे दिमाग को आराम मिलेगा और वह तरोताजा होगा।
3. क्विज, क्रॉसवर्ड, पजल आदि दिमाग के लिए बढिया व्यायाम हैं।
4. जिनकी हॉबी उनका प्रोफेशन होती है, वे थकते नहीं। उन्हें काम करना खेल लगता है। इसलिए व्यस्तता में भी अपनी हॉबी के लिए समय निकालें।
5. नींद के बाद ब्रेन का दूसरा टॉनिक है नई जानकारी। इसके लिए नई बातें जानें, खूब पढ़ें और सीखें।
क्या न करेंसोते समय मोबाइल फोन, लैपटाप या आईपैड का प्रयोग न करें। इन्हें बिस्तर के पास न रखें। सोने से एक घंटा पहले टीवी बंद कर दें। नींद न आए तो किताब या मैगजीन आदि पढ़ सकते हैं। लेकिन ई-बुक पढ़ने से बचें, यह काफी देर तक दिमाग को अस्थिर रख सकती है।