अब “गब्बर” करेगा रिश्वतखोरों का खात्मा
Published: Apr 25, 2015 12:28:00 pm
बुराइयों का डटकर
मुकाबला करना है, ताकि देश में फैल रहे भ्रष्टाचार रूपी राक्षस का अंत किया जा
सके
गुड़गांव। “मैं चाहूंगा कि जहां भी गलत काम देखें उसका आप विरोध करें। किसी से भी बिना डरे आगे बढ़ना है। बुराइयों का डटकर मुकाबला करना है, ताकि देश में फैल रहे भ्रष्टाचार रूपी राक्षस का अंत किया जा सके।” यह बात फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने शुक्रवार को यहां एसजीटी यूनिवर्सिटी में अपनी आने वाली फिल्म “गब्बर” के प्रचार कार्यक्रम के दौरान चिकित्सा जगत के उभरते युवाओं के बीच कही। उनकी फिल्म गब्बर भी भ्रष्टाचार को लेकर ही बनी है।
“गब्बर” फिल्म के प्रचार के लिए फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार अभिनेत्री श्रुति हासन, निर्देशक कृष, निर्माता संजय लीला भंसाली शुक्रवार को यहां एसजीटी यूनिवर्सिटी में अपनी टीम के साथ पहुंचे। मेडिकल विद्यार्थियों के बीच पहुंचे अक्षय कुमार को दे सभी विद्यार्थी और स्टाफ ने उनका जोरदार तरीके से स्वागत किया। अक्षय कुमार यहां अपनी फिल्म के प्रचार के साथ आम आदमी के मुद्दों को भी जोर-शोर से उठाते दिखे। उन्होंने भ्रष्टाचार पर यहां खूब कटाक्ष किए और इसे खत्म करने की युवाओं को प्रेरणा दी। इसी दौरान अक्षय कुमार ने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के साथ अपनी फिल्म के गीत “तेरी मेरी कहानी” पर खूब डांस किया। हवाई चप्पल पहने हुए ही स्टेज पर पहुंचे। फिल्म की सीडी, टी शर्ट आदि छात्रों को दी।
स्कूली दाखिलों में भ्रष्टाचार का दिखाया ट्रेलर
स्कूलों में दाखिले के समय बढ़ते भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के फिल्म का एक ट्रेलर कलाकारों द्वारा दर्शाया गया। जिसमें भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग लड़ रहे अभिनेता मौके पर पहुंच कर दाखिला दिलवाने के नाम पर गरीबों से मोटी रकम ऎंठने वालों का मुंह काला करके खलनायक से नायक की भçूमका निभाता है। फिल्म में एक डायलॉग-“अरे हो कालिया, तेरा क्या होगा रे, पचास पचास कोस तक कोई भी अफसर रिश्वत के पचास रूपये भी मांगता है, तो उसको भय होता है कि गब्बर आ जाएगा।”
उन्होंने बताया कि गब्बर इस बैक से भले की विलेन का किरदार झलकता हो लेकिन वह हीरों की भूमिका निभा कर लोगों को भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलवाने का कार्य करते है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश आप सभी के सहयोग से लग सकता है। इसके लिए हम सभी को अपनी नैतिक जि मेदारी निभानी होगी। इस मौके पर विश्वविद्यालय के संचालक मन मोहन सिंह चावला, चेयरपर्सन मधुप्रीत कौर, कुलपति डा. टीडी डोगरा, उप-कुलपति डा. दलीप सिंह, रजिस्ट्रार प्रेम सिंह आदि ने गुरू गोविंद सिंह का स्मृति चिन्ह भेंट किया।
गब्बर में हरियाणा से हैं दो कलाकार
संजय लीला भंसाली की फिल्म गब्बर में हरियाणा से दो कलाकार हैं। एक कलाकार ने विलेन के रूप में अपनी अच्छी-खासी पहचान बनाई है तो दूसरे ने लाफ्टर शो के जरिये खुद को साबित किया है। रोहतक के गांव खरकड़ा निवासी जयदीप अहलावत स्कूल के समय से ही कला की ओर ध्यान देने लगे थे। कालेज स्तर तक आते-आते वे अपनी कला में काफी निपुण हो गए। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक से युवा उत्सवों में जयदीप अहलावत अपनी पहचान को बड़ा बनाते गए। स्नातक के बाद तो उन्होंने बड़े पर्दे पर दस्तक दे दी थी। उनकी पहली फिल्म वर्ष 2008 में नरमीन थी, जिसमें उनका गेस्ट रोल था। 2010 में आक्रोष फिल्म में उनका बेहतरीन रोल पप्पू तिवारी के रूप में दिखाया गया।
जयदीप के अलावा हरियाणा के सिरसा जिला के मंडी डबवाली के रहने वाले सुनील ग्रोवर भी इस फिल्म में हैं। कॉमेडियन के रूप में उन्होंने अपनी खासी पहचान बनाई है। पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से बीकॉम सुनील थियेटर में भी मास्टर डिग्री कर चुके हैं। उन्होंने वर्ष 2002 में पहली फिल्म द लीजेंड ऑफ भगत सिंह में जयदेव कपूर की भूमिका निभाई थी।