स्कूली पाठ्यक्रम में गीता और वेद शामिल करने की योजना नहींः स्मृति ईरानी
Published: Dec 01, 2015 05:07:00 am
स्कूली शिक्षा में धर्मग्रंथों का ज्ञान शामिल करने के
मसले पर लोकसभा में पूछे गये एक सवाल का लिखित जवाब देते हुए सोमवार को
केंद्र सरकार ने कहा कि भगवद् गीता, वेदों और अन्य धार्मिक ग्रंथों को
पाठ्यक्रम में शामिल करने के किसी प्रस्ताव पर फिलहाल विचार नहीं किया जा
रहा।
स्कूली शिक्षा में धर्मग्रंथों का ज्ञान शामिल करने के मसले पर लोकसभा में पूछे गये एक सवाल का लिखित जवाब देते हुए सोमवार को केंद्र सरकार ने कहा कि भगवद् गीता, वेदों और अन्य धार्मिक ग्रंथों को पाठ्यक्रम में शामिल करने के किसी प्रस्ताव पर फिलहाल विचार नहीं किया जा रहा।
मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में लिखित जवाब में कहा, ‘मंत्रालय के विचारार्थ इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं है।’
एक अन्य सवाल के जवाब में ईरानी ने कहा कि केंद्रीय विद्यालयों में जर्मन भाषा सीखने को इच्छुक छठी से आठवीं कक्षा तक के छात्रों को इसे अतिरिक्त विषय के तौर पर पढ़ने की अनुमति है, बशर्ते किसी स्कूल में 15 या इससे ज्यादा छात्र इसका विकल्प चुनते हैं।