Death anniversary: बॉलीवुड के पहले रियल ऎंटी हीरो थे सुनील दत्त
Published: May 25, 2015 08:42:00 am
वर्ष 1972 में सुनील दत्त ने अपनी महात्वाकांक्षी फिल्म “रेशमा और शेरा” का निर्माण और निर्देशन किया
मुंबई। वर्ष 1972 में सुनील दत्त ने अपनी महात्वाकांक्षी फिल्म “रेशमा और शेरा” का निर्माण और निर्देशन किया लेकिन कमजोर पटकथा के कारण यह फिल्म टिकट खिड़की पर बुरी तरह से नकार दी गयी । वर्ष 1981 में अपने पुत्र संजय दत्त को लांच करने के लिये उन्होंने फिल्म ..रॉकी ..का निर्देशन किया । फिल्म टिकट खिड़की पर सुपरहिट साबित हुयी ।
फिल्मों में कई भूमिकाएं निभाने के बाद सुनील दत्त ने समाज सेवा के लिए राजनीति में प्रवेश किया और कांग्रेस पार्टी से लोकसभा के सदस्य बने। वर्ष 1968 में सुनील दत्त पदमश्री पुरस्कार से सम्मानित किये गये । सुनील दत्त को 1982 में मुंबई का शेरिफ नियुक्त किया गया । उन्होंने कई पंजाबी फिल्मों में भी अपने अभिनय का जलवा दिखलाया । इनमें मन जीत जग जीत. दुख भंजन तेरा नाम और सत श्री अकाल प्रमुख है । वर्ष 1993 में प्रदर्शित फिल्म ..क्षत्रिय ..के बाद सुनील दत्त ने विधु विनोद चोपड़ा के जोर देने पर उन्होंने 2007 में प्रदर्शित फिल्म ..मुन्ना भाई एमबी.बी.एस ..में संजय दत्त के पिता की भूमिका निभाई । पिता..पुत्र की इस जोड़ी को दर्शको ने काफी पसंद किया ।
सुनील दत्त को अपने सिने कैरियर में दो बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया । इनमें मुझे जीने दो 1963 और खानदान 1965 शामिल है। वर्ष 2005 में उन्हें दादा साहब फाल्के रत्न अवार्ड प्रदान किया गया । सुनील दत्त ने लगभग 100 फिल्मों में अभिनय किया । अपनी निर्मित फिल्मों और अभिनय से दर्शको के बीच खास पहचान बनाने वाले सुनील दत्त 25 मई 2005 को इस दुनिया को अलविदा कह गये ।