scriptInterview: “ऑल इज वेल” ने बनाया अभिषेक को अच्छा बेटा | Interview: All is well makes Abhishek a good son | Patrika News

Interview: “ऑल इज वेल” ने बनाया अभिषेक को अच्छा बेटा

Published: Jul 28, 2015 06:36:00 pm

बॉलीवुड एक्टर अभिषेक बच्चन फिल्म “ऑल इज वेल” की टीम के साथ मंगलवार को पत्रिका के मुख्यालय केसरगढ़, जयपुर पहुंचे

all is well

all is well

जयपुर। बॉलीवुड एक्टर अभिषेक बच्चन जल्द ही डायरेक्टर उमेश शुक्ला की फिल्म “ऑल इज वेल” में नजर आएंगे। फिल्म की टीम के साथ अभिषेक मंगलवार को पत्रिका के मुख्यालय केसरगढ़, जयपुर पहुंचे। जहां उन्होंन इंटरव्यू के दौरान फिल्म से जुड़ी कुछ बातें शेयर की…..

ऑल इज वेल की कहानी क्या है?

ऑल इज वेल की कहानी श्रवण कुमार की पौराणिक कथा से प्रेरित आधुनिक युग के श्रवण कुमार की है। जोकि शुरुआत में अपनी पर्सनल लाइफ में बिजी रहने के कारण अपने माता-पिता को समय नहीं दे पाता है, लेकिन बाद में एक वह एक अच्छा बेटा बनता है। कहानी एक स्वार्थी बेटे से रियल लाइफ के श्रवण बनने की है।

ऑल इज वेल क्या है?
ऑल इज वेल का मतलब है सब कुछ ठीक, लेकिन जब आप अपने घर से दूर रहते हैं और परिवार के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं, तो इसका आपके जीवन पर भी असर पड़ता है। वहीं जब आपको अपने परिवार का साथ मिलता है तो आपके जीवन में पॉजीटीविटी आती है, इससे लाइफ सही ट्रेक पर आ जाती है और जीवन में सब कुछ ऑल इज वेल हो जाता है। यह फिल्म आपको रियल लाइफ से कनेक्ट करती है और आज के युवाओं को सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा भी देती है।

“ओ माइ गॉड” से कितनी अलग है “ऑल इज वेल”

ओ माइ गॉड फिल्म की थीम सीरियस थी, जिसमें समाज के अहम मुद्दों को एंटरटेनमेंट का तड़का लगा कर समझाया गया था। कुछ उसी तरह इस फिल्म में भी आम आदमी के पारिवारिक जीवन से जुड़ी अहम बातों को हंसी-मजाक के जरिए काफी लाइट वे में लोगों को समझाया गया है।

क्या आप रियल लाइफ में श्रवण कुमार है

सवाल का जवाब देते हुए जूनियर बच्चन ने कहा, जब मैंने इस फिल्म की स्क्रिप्ट सुनी तो मुझे अपने आप में काफी गिल्ट महसूस हुआ। मुझे लगा कि मैं किस तरह का बेटा हूं जिसे अपने माता-पिता से हजारों शिकायतें रहती है कि, वह क्यों ये नहीं करते, वो नहीं करते, लेकिन क्या हमने कभी यह सोचा है कि हमने उनके लिए क्या किया है। इस फिल्म के बाद मुझमें काफी बदलाव आए। पहले मुझे लगता था कि मैं एक अच्छा बेटा हूं, लेकिन फिल्म की स्क्रिप्ट सुनने के बाद मुझे फील हुआ की मेरा ऐसा सोचना गलत है। मैं अच्छा पुत्र नहीं हूं। (हसते हुए..) अब मैं अपने माता-पिता की पहले से भी ज्यादा चिंता करता हूं।

फिल्म की कहानी सुनते ही पिता को लगाया गले से
अभिषेक ने बताया की कहानी उन्हें इतनी इमोशनल और टची लगी की वह अपनी भावनाओं को रोक नहीं पाए और उन्होंने झट से पिता अमिताभ बच्चन को गले से लगा लिया।

पहले असिन संग भाई-बहन का रोल फिर अब गर्लफ्रेंड-ब्वॉयफ्रेंड का

अभिषेक ने इस सवाल का हंसते हुए जवाबत देते हुए कहा कि, हम प्रोफेशनल कलाकार है और जिस तरह का रोल हमे दिया जाता है, हम उस तरह के रोल के लिए अपने आप को तैयार कर लेते हैं। इसलिए कहानी के आधार पर दूसरे कहानी के पात्र को आंकना गलत होगा।

दूसरी ओर फिल्म में असिन ने अपने रोल के बारे में बताया कि उनका किरदार फिल्म में निमी नाम की एक लड़की का है जो हमेशा पॉजीटिव सोच रखती है। साथ ही सबको अच्छा पॉजीटिव फील करने के लिए प्रेरित करती रहती है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो