scriptएक नॉर्मल जिंदगी का भरपूर आनंद ले रही हूं : ऐश्वर्या | Interview with Aishwarya - I am Fully Enjoying Normal Life | Patrika News

एक नॉर्मल जिंदगी का भरपूर आनंद ले रही हूं : ऐश्वर्या

Published: Oct 05, 2015 02:50:00 pm

इंटरव्यू के दौरान ऐश्वर्या राय ने अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ से संबंधित कई सारे पहलुओं पर जमकर चर्चा की

Jazbaa

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रोहित तिवारी/मुंबई ब्यूरो। बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपना अलग मुकाम बनाने में सफल रह चुकीं ऐश्वर्या राय बच्चन पांच साल के लंबे अंतराल के बाद फिल्म “जज्बा” से बी-टाउन इंडस्ट्री में कमबैक कर रही हैं। क्राइम, थ्रिलर पर आधारित संजय गुप्ता निर्देशित इस फिल्म में वे ऑडियंस को एक्शन सींस करते नजर आएंगी। इसी सिलसिले में हुई एक छोटी सी मुलाकात के दौरान ऐश्वर्या राय ने अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ से संबंधित कई सारे पहलुओं पर जमकर चर्चा की। साथ ही वे लंबे गैप के बाद अपने चाहने वालों के बीच आने को लेकर कितना एक्साइटेड हैं… जानते हैं ऐश्वर्या की कहानी, “पत्रिका” की कलम की जुबानी –


आपके लिए “जज्बा” कैसी रही?
(हंसते हुए…) “जज्बा” को लेकर मैं बहुत ही एक्साइटेड हूं। दरअसल, यह सिर्फ मेरे ही नहीं, बल्कि हम सब के करीब है। इस सब्जेक्ट इतना दमदार है कि लोग उससे खुद को रिलेट करके देखेंगे। इसमें एक दुर्घटना के तहत मुझे गुजरना पड़ता है और पर्सनली व प्रोफेशनली दोनों ही तरह से उससे निपटना होता है। यानी यह एक बहुत ही अलग तरह की थ्रिलर फिल्म है। इसमें निर्देशक संजय गुप्ता ने अपने टाइप का मसाला परोसा है, ताकि ऑडियंस रोचकता कायम रहे। (कुछ सोचते हुए…) बताना चाहूंगी कि यही फिल्म करने का पहले से कोई प्लान नहीं था। लेकिन कुछ ऐसी वजहें होती रहीं, जिसकी वजह से मैंने यह फिल्म की और इससे मैं काफी खुश भी हूं। क्योंकि मुझे लगता है कि ऑडियंस भी अब मुझे नए लुक में देखना ज्यादा पसंद करेगी।



आप अर्से बाद इंडस्ट्री में कमबैक कर रही हैं, किस तरह का प्रेशर है और ऐसा संभव कैसे हुआ?
(मुस्कुराते हुए…) बचपन से ही मेरा नेचर मल्टी टास्किंग जैसा ही रहा है। फिर वह चाहे कॉलेज के दिन हों या प्रोफेशन लाइफ, अब तो मैं बेटी और परिवार वालों के साथ भी हूं। इस तरह से मेरे लिए अपनी पर्सनल लाइफ और प्रोफेशनल लाइफ दोनों को साथ मैनेज करती आई हूं। इस लिहाज से गृहस्थ जीवन और करियर को लेकर कभी कोई प्रेशर जैसा फील ही नहीं हुआ। (थोड़ा जुदा अंदाज में…) वह एक इन्सीडेंस ही तो था, जो मेरी शादी एक यादगार फिल्म “जोधा अकबर” के बीच हुई थी, ऐसा तो मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था। यानी मैं सब कुछ एक साथ मैनेज कर लेती हूं और सभी का साथ भी मिलता है। वैसे भी मैं अपने वेलविशर्स की शुक्रगुजार हूं कि वे पहले की तरह ही मुझे आज भी पसंद कर रहे हैं।

वैसे इस फिल्म के लिए आपने कितना वर्कआउट किया है?
(सिर पर हाथ रखते हुए अलग अंदाज में…) थैंक्स गॉड! मैं ऊपर वाले का अहसान मानती हूं कि उसने मेरे शरीर का साथ बनाए रखा, जिसकी वजह से इस फिल्म में मैं अपने रोल के प्रति न्याय कर पाई हूं। यह फिल्म तो काफी पहले ही साइन हो गई थी, लेकिन घर में बच्ची और परिवार वालों की जिम्मेदारी के चलते इसी डेट्स धीरे-धीरे आगे बढ़ती रही। फिर भी मैं ऊपर वाले की अहसानमंद हूं कि उसने मुझमें निखार कायम रखा। (फिर हंसते हुए…) अगर फिल्म की शूट से पहले मैंने थोड़ा-बहुत वर्कआउट किया होता तो शायद कुछ और भी बात हो सकती थी। इसमें मेरे लुक बिल्कुल मेरे कैरेकटर अनुराधा वर्मा जैसा ही है। इसके अलावा इसमें संजय गुप्ता समेत पूरी टीम की मेहनत रही है, जिसे हम सब अगले हफ्ते देखेंगे। फिलहाल, मुझे तो बस इतना पता है कि मैंने इसके लिए काफी मेहनत की है, आगे रब राखा।



पांच साल पहले और अब की इंडस्ट्री में कैसा अंतर देखती हैं?

आज की इंडस्ट्री काफी विकसित हो गई है। कॉमर्शियल लिहाज से भी इंडस्ट्री दिन पर दिन तरक्की कर रही है। पहले विजन और आज की न्यू जेनरेशन की सोच में भी काफी अंतर आ चुका है। इसके अलावा टेक्नोलॉजी की बात करें तो अब हम काफी हद तक आगे आ गए हैं। मार्केटिंग समेत हर चीज में आज की इंडस्ट्री में काफी कुछ चेंज हो चुका है।

कुछ अपने मातृत्व जीवन के बारे में भी बताइए?
इस मातृत्व जीवन में हमें हर दिन अपनी बेटी आराध्या से कुछ न कुछ नया सीखने को मिलता है और मैं इस जीवन से काफी खुश हूं। यानी अगर तीन घंटे पहले आराध्या कुछ कर रही होगी तो वही एक घंटे बाद कुछ और…। इस तरह से मेरे लिए मां बनना काफी अनुभवी रहा और मेरे साथ मेरी पूरी फैमिली इस सुनहरे पल को मिलकर एंज्वॉय कर रही है। साथ ही एक नॉर्मल जिंदगी का भरपूर आनंद ले रही हूं।

अभिनेता इरफान खान के बारे में आपकी क्या राय रही?
वे इस फिल्म के किरदार की जरूरत हैं। उन्होंने अपने अभिनय में शत-प्रतिशत दिया है और इसके लिए निर्देशक संजय गुप्ता समेत पूरी टीम से चर्चा की गई थी कि फिल्म में रोल योहान के लिए इरफान कैसे रहेंगे… शूटिंग के दौरान इरफान का पूरा सहयोग मिला और उनका मिजाज भी काफी प्रोफेशनल अंदाज का है। फिल्म की कहानी के अनुसार ही उनका रोल निर्धारित किया गया है।



ग्लैमर अवतार में आपको देख बेटी आराध्या का बिहेव कैसा रहता है?
नहीं… ऐसा तो कुछ भी नहीं है। लेकिन हां, घर में लगे मेरे पोस्टर्स को देखते ही उसकी काफी क्यूट सी फीलिंग्स होती हैं। साथ ही वह अपने दादा-दादी की ओर भी इशारा करती है…। खैर इसके लिए हमने कभी उससे कुछ नहीं पूछा कि वह ऐसा करती क्यों है? बस, वह अपनी जिंदगी में खुश रहती है और हम अपने लाइफ में बिजी हैं।

फिल्म में वकील के रोल की तैयारी कैसे की है आपने?
फिल्म में एडवोकेट की डिमांड थी, इसलिए ऐसा किया गया और इसके लिए किसी से भी कोई जानकारी या ट्रेनिंग नहीं ली गई। (हंसते हुए…) वैसे भी निर्देशक संजय गुप्ता को कानून की काफी बारीकियां पता हैं और उन्होंने अपने हिसाब से ही वकील के रोल में जान फूंकने की भरपूर कोशिश की है। इसमें आज की नई पीढ़ी के हिसाब से वकील की कहानी को दर्शाया गया है। वैसे भी आज की ऑडियंस को फिल्म में आगे की घटनाओं का इंतजार रहता है। साथ ही आज के दौर में समय बहुत कीमती है, इस लिहाज से सभी को आगे की जानने की जल्दी रहती है। बस, दर्शकों की चाहत को ध्यान में रखते हुए ही संजय ने फिल्म को निर्देशित किया है।


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