बढ़ती असहिष्णुता को लेकर आवाज उठाने वालों के विरोध में मार्च का नेतृत्व करने वाले बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर का कहना है कि उनका राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है
नई दिल्ली। देश में बढ़ती असहिष्णुता को लेकर आवाज उठाने वालों के विरोध में मार्च का नेतृत्व करने वाले बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने का कहना है कि उनका राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है।
अपनी पत्नी किरण खेर की तरह राजनीति में आने के सवाल के जवाब पर अनुपम ने टि्वटर पर अपने प्रशंसकों के साथ चैट में कहा, मैं एक अभिनेता, शिक्षक और प्रेरक वक्ता के रूप में खुश हूं।
असहिष्णुता के मुद्दे पर मार्च निकालने के बारे में उन्होंने कहा कि इसका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है और प्रत्येक व्यक्ति को अभिव्यक्ति की आजादी है। उन्होंने कहा, मेरी भारतीय विचारधारा है। व्यक्ति जो भी सोचता है उसके पास उसे अभिव्यक्त करने की आजादी है।
अनुपम ने कहा कि यह अच्छा है कि देशभर में असहिष्णुता के मुद्दे पर बहस चल रही है। उन्होंने कहा, हां मुझे लगता है कि यह बहस लंबी चलेगी। शायद बहस करने का यह सही तरीका है। असहिष्णुता के मुद्दे का करियर पर प्रभाव पडऩे के सवाल पर अनुपम ने कहा कि मैंने कड़ी मेहनत और समर्पण से अपना करियर बनाया है। भगवान की मुझ पर कृपा रही। मुझे विश्वास है कि उनकी कृपा मुझ पर बनी रहेगी।
उन्होंने कहा कि उनके पिता पंडित अमरनाथ उनके रोल मॉडल है। यह पूछने पर कि क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बायोपिक में वह अभिनय करना चाहेंगे, उन्होंने कहा, मैं उसमें काम करना पसंद करुंगा लेकिन मुझे लगता है कि परेश रावल ज्यादा बेहतर करेंगे। सरकार द्वारा किसी पद की पेशकश को स्वीकार करने के सवाल पर उन्होंने कहा, अभी इस पड़ाव पर नहीं। मैं काफी सारी चीजों में व्यस्त हूं।