नसीरुद्दीन ने कहा, 70 के दशक में भी औसत दर्जे की फिल्में बनती थी। उस वक्त राजेश खन्ना फिल्म इंडस्ट्री में आए थे। वह सफल हो गए लेकिन मेरे लिए वह सीमित कलाकार थे। मैं तो कहता हूं कि वह एक कमजोर एक्टर थे। नसीर के मुताबिक फिल्म इंडस्ट्री में कुछ नहीं बदला है। 50 सालों से यह बिल्कुल वैसा ही है। फोटोग्राफी और एडिटिंग को छोड़कर सब कुछ 70 के दशक जैसा है। 70 के दशक से स्क्रिप्ट, एक्टिंग, म्यूजिक और गीत बिगडऩे लगे। उस वक्त रंगीन फिल्में बनने लगी थी।
एक हीरोइन को पर्पल कलर की ड्रेस पहना दी जाती थी, हीरो को लाल कमीज पहनाकर कश्मीर में शूट करके मूवी बना ली जाती थी। कोई कहानी नहीं सोची जाती थी। यह चलन में आ गया। मुझे लगता है कि राजेश खन्ना को कुछ करना चाहिए था, वह उस वक्त के भगवान माने जाते थे। नसीर की इन बातों से उनकी बेटी ट्विंकल खन्ना भड़क गई। उन्होंने ट्वीट किया, सर, अगर आप जीवित लोगों को सम्मान नहीं दे सकते तो कम से कम उन लोगों का तो सम्मान कीजिए जो इस दुनिया से जा चुके हैं और आपको जवाब देने की स्थिति में नहीं है।
करण जौहर ने भी ट्विंकल खन्ना का समर्थन किया है। करण ने ट्वीट किया, नसीर की वरिष्ठता का मैं सम्मान करता हूं लेकिन इंडस्ट्री के एक सदस्य के बारे में ऐसा बयान अच्छा नहीं था।
कई अन्य लोगों ने भी नसीर की आलोचना की है। उनका कहना है कि नसीर, खुद लोकप्रियता के उस मुकाम तक नहीं पहुंच पाए जो राजेश खन्ना ने छुआ। ऐसे में उनका बयान निंदनीय है। कई लोगों ने नसीर का समर्थन भी किया है। उनका कहना है कि नसीरुद्दीन किसी परिचय के मोहताज नहीं है। वो एक बेहतरीन अभिनेता हैं और ये उनकी अभिव्यक्ति की आजादी है।
गौरतलब है कि ट्विंकल खन्ना और नसीरुद्दीन ने किसी फिल्म में साथ काम नहीं किया है मगर कुछ समय पहले उनकी मां डिंपल कपाडिय़ा ने नसीर के साथ फाइडिंग फैनी में साथ काम किया था। ट्विंकल के पति अक्षय कुमार के साथ भी नसीरुद्दीन मोहरा जैसी कुछ फिल्में कर चुके हैं। राजेश खन्ना को बॉलीवुड का पहला सुपर स्टार कहा जाता है। 2012 में उनका निधन हो गया था।