रेपो-रिवर्स रेपो में कटौती किए जाने के बाद भी कई बैंक नहीं दे रहे थे जनता को इसका सीधा फायदा।
नयी दिल्ली। हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघु राम राजन ने बड़ी घोषणा करते हुए रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में 0.50 प्रतिशत की कटौती की थी। लेकिन उस वक्त यह बात साफ नहीं थी कि बैंक इसका कितना लाभ आम जनता को दे पाएंगे। इसी पर बोलते हुए डिप्टी गवर्नर एच.आर. खान ने आज उम्मीद जताई कि बैंक नीतिगत ब्याज दर में कटौती का पूरा लाभ ग्राहकों तक पहुंचाएंगे। उन्होंने यहां राष्ट्रीय वित्तीय समावेशन सम्मेलन के अवसर पर कहा, “अलग अलग बैंकों की राय भी अलग अलग है। मुझे लगता है कि (मौद्रिक) पारेषण होगा और यह समय के साथ होगा।”
लघु बचतों पर ब्याज दर समीक्षा के बारे में पूछे जाने पर खान ने कहा, “आर्थिक मामलों के सचिव व अन्य कह चुके हैं कि वे इसे फिर से तय करने पर विचार कर रहे हैं. आलोच्य अवधि के लिए दर को सरकारी प्रतिभूतियों की दर से सम्बद्ध करने का भी सुझाव है.” इलेक्ट्रानिक भुगतान पर शुल्क लगाने के संबंध में उन्होंने कहा कि सरकार ने परामर्श पत्र पेश किया है।