मले से जुड़े एक सूत्र के मुताबिक, सेंट्रल ड्रग रेग्युलेटर ने करीब 300 कंपनियों को नोटिस भेजा है, इन कंपनियों ने फिक्स्ड ड्रग कॉम्बिनेशन की मार्केटिंग के लिए मंजूरी मांगी थी। इनमें से कुछ को शोकॉज नोटिस जारी करते हुए फेज-4 ट्रायल्स के जरिए साबित करने को कहा कि उनके प्रोडक्ट्स सुरक्षित और प्रभावी है…
नई दिल्ली. 2016 की शुरुआत में 344 कॉम्बिनेशन ड्रग्स पर प्रतिबंध के बाद अब सरकार की नजर 500 और दवाओं पर है। प्रतिबंध का यह दूसरा दौर सरकार बनाम फार्मा इंडस्ट्री के तौर पर देखा जा रहा है। मामले से जुड़े एक सूत्र के मुताबिक, सेंट्रल ड्रग रेग्युलेटर ने करीब 300 कंपनियों को नोटिस भेजा है, इन कंपनियों ने फिक्स्ड ड्रग कॉम्बिनेशन की मार्केटिंग के लिए मंजूरी मांगी थी। इनमें से कुछ को शोकॉज नोटिस जारी करते हुए फेज-4 ट्रायल्स के जरिए साबित करने को कहा कि उनके प्रोडक्ट्स सुरक्षित और प्रभावी है।
कुछ कंपनियों को एनओसी भी मिली
इस मसले पर सरकार के दोहरे रवैये के संकेत मिल रहे हैं, कुछ कंपनियों को उनके प्रोडक्ट्स के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र भी दिया गया है। हालांकि एनओसी कितनी कंपनियों को दी गई यह पता नहीं चल पाया है।
फिक्स्ड ड्रग कॉम्बिनेशन
एफडीसी एक तरह की कॉकटेल ड्रग होती है जो जिसमें दो या ज्यादा थैरेपिटिक इनग्रेडिएंट्स होते है। मार्केट रिसर्च एजेंसी के आईएमएस हेल्थ के मुताबिक जून में एफडीसी का बाजार 3,535 करोड़ रुपए का था। इन पर प्रतिबंध से कई कंपनियों की सेल्स में 30 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली।