ग्वार के अच्छे दिन सपना हो गए
Published: May 08, 2016 09:55:00 am
कभी बाजार पर राज करने वाली कमोडिटी ग्वार गम अब गिरावट से उभर नहीं पा रही है
जयपुर। कभी बाजार पर राज करने वाली कमोडिटी ग्वार गम अब गिरावट से उभर नहीं पा रही है। वायदा बाजार के विशेषज्ञों की माने तो ग्वार के अच्छे दिन सपना हो गए हैं। सप्ताहभर में इसकी कीमतों में 12 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि इस साल ग्वार से किसानों के मुंह मोडऩे की बात की जा रही है, लेकिन राजस्थान के किसानों का ग्वार की खेती से निकल पाना मुश्किल है। इसके दाम गिरकर 5590 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच गए।
लगातार गिरावट
एनसीडीईएक्स पर ग्वार गम और ग्वार सीड की कीमतें लगातार टूटती जा रही हैं। ग्वार में गिरावट की वजह निर्यात मांग कमजोर होने और मंडियों में आवक बढऩा भी बताई जा रही है। ग्वार के कारोबारियों का कहना है कि ग्वार के कीमतों में सुधार आना पहले से ही शंका के घेरे में था, क्योंकि जब मांग बढ़ी नहीं तो कीमत बढऩे का सवाल ही नहीं होता। लंबे समय से ग्वार के दामों में सुधार नहीं हो रहा है।
विशेषज्ञ सलाह
इस क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल कमोडिटी बाजार के निवेशकों को ग्वार से दूर रहना चाहिए। देश में इस समय पीछले सालों का करीब 1.5 करोड़ बोरी (क्विंटल) ग्वार का स्टॉक है ऐसे में निकट भविष्य में कीमतों में सुधार की कोई संभावना भी नहीं है। लगातार दो सालों से ग्वार की कीमतें कम होने के कारण सरकारी विभाग इस साल ग्वार की बुआई कम होने का अनुमान लगा रहा है।