विश्व आर्थिक परिदृश्य की अद्यतन रिपोर्ट में कहा गया है, “2015 में वैश्विक विकास दर 3.3 फीसदी आंकी गई है, जो 2014 के मुकाबले थोड़ी कम है। यह दर विकसित देशों में गत वर्ष के मुकाबले थोड़ी अधिक रहेगी और उभरती अर्थव्यवस्थाओं में थोड़ी कम रहेगी। 2016 में यह दर 3.8 फीसदी रहने का अनुमान है।”
रिपोर्ट में वैश्विक अर्थव्यवस्था के बारे में कहा गया है कि 2015 की प्रथम तिमाही में वैश्विक विकास दर 2.2 फीसदी रही, जो अप्रेल के अनुमान से 80 आधार अंक कम है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह कमी अमेरिका में उत्पादन घटने के कारण और इसके कनाडा और मेक्सिको पर पड़े प्रभाव के कारण हुई। तेल की स्थिति के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि अप्रेल-जून तिमाही में कीमत बढ़ी है, जिससे पता चलता है कि इसकी मांग बढ़ी है और अमेरिका में उत्पादन उम्मीद से अधिक तेजी से घटेगा।
रिपोर्ट में फिर भी कहा गया है कि 2015 में औसत तेल मूल्य 59 डॉलर प्रति बैरल ही रहेगा, जिसका अनुमान अप्रेल में रखा गया है। इसके मुताबिक 2016 और बाद के कुछ वर्षो में भी इसमें अधिक तेजी से वृद्धि नहीं होगी, क्योंकि वैश्विक आपूर्ति 2014 के स्तर से अधिक है और तेल का भंडार बढ़ रहा है। ग्रीस कर्ज संकट के बारे में इसमें कहा गया है कि इसका बुरा प्रभाव सामने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर अधिक नहीं पड़ा है और यदि समय रहते इसका हल निकाल लिया गया, तो ऎसा जोखिम नहीं रहेगा।