नई दिल्ली। सब्जियों, ईंधन एवं बिजली तथा परिवहन एवं दूरसंचार सेवाओं की कीमतों के अपेक्षाकृत धीमी बढ़ोतरी के कारण अगस्त में खुदरा महंगाई में आम लोगों को बड़ी राहत मिली है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीने में लगातार बढऩे के बाद अगस्त में खुदरा महंगाई की दर घटकर 5.05 प्रतिशत पर आ गई। यह इस साल मार्च के बाद का इसका निचला स्तर है।
इस साल जुलाई में खुदरा महंगाई 6.07 प्रतिशत तथा पिछले साल अगस्त में 3.74 प्रतिशत दर्ज की गई थी। चीनी तथा कंफेक्शनरी उत्पादों की महंगाई दर 24.75 प्रतिशत तथा दालों की 22.01 प्रतिशत पर रहने के बावजूद अगस्त में खाद्य पदार्थों की खुदरा महंगाई भी जुलाई के 8.80 प्रतिशत से घटकर 5.91 प्रतिशत पर आ गई। यह इसका भी इस साल मार्च के बाद का निचला स्तर है।
खुदरा महंगाई घटने से अक्टूबर में रिजर्व बैंक के ब्याज दरों कटौती की उम्मीद बढ़ी है। अब महंगाई दर केंद्रीय बैंक के अपेक्षित स्तर के काफी करीब आ गई है। उसने अगले साल मार्च तक इसे पांच प्रतिशत के आसपास रखने का लक्ष्य तय किया था। साथ ही अच्छे मानसून से भी ब्याज दरों में कमी करने के लिए रास्ता साफ होगा।
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