अच्छे मानसून के कारण जून 2017 तक रिकॉर्ड 9.40 करोड़ टन धान उत्पादन का अनुमान व्यक्त किया गया है, जो गत साल के मुकाबले 2.81 प्रतिशत अधिक है। आंध्रप्रदेश के एक चावल निर्यातक ने कहा कि बाजार में अतिआपूर्ति का दबाव बनना शुरू हो गया है। निर्यात की मांग भी बढ़ रही है लेकिन मांग इतनी भी नहीं है कि अतिआपूर्ति के दबाव को झेल पाए।
भारत ने मुख्य रूप से अच्छी गुणवत्ता वाला बासमती चावल पश्चिम एशिया में निर्यात किया जाता है, जबकि अन्य किस्म के चावल अफ्रीकी देशों में निर्यात किए जाते हैं। भारत ने गत साल अप्रैल से अक्टूबर के बीच लगभग 38 लाख टन चावल का निर्यात किया था जो वर्ष 2015 की समान अवधि की तुलना में 3.1 प्रतिशत अधिक है।