मुंबई. आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने केंद्रीय बैंक की वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि भारत की आर्थिक ग्रोथ अभी भी अपनी क्षमता से काफी नीचे है। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने सरकार की पहल और नीतियों के क्रियान्वयन की तारीफ भी की। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि नेशनल हाईवे नेटवर्क में खासतौर पर तेजी से प्रगति हुई है। अब तक किसी एक साल में बंदरगाहों का सबसे अच्छा उपयोग हुआ है। पवन और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में काफी तेज प्रगति हुई है। साथ ही राजन ने यह भी कहा, ‘मेक इन इंडिया जैसे कदमों के चलते बाजार के रुख में भी काफी सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिला है।’
‘ग्रामीण आबादी की आय में इजाफा’
उन्होंने कहा, ‘ग्रामीण आबादी की आय में काफी इजाफा दर्ज किया गया है। अप्रैल में यह 6.3 फीसदी तक बढ़ गई थी। इसमें आगे भी बढ़ोतरी के संकेत दिख रहे हैं।’ रिपोर्ट में राजन ने ऑटो सेक्टर में खासतौर से टू-व्हीलर और ट्रैक्टर्स की बिक्री 2015 की तुलना में काफी अधिक रहने की उम्मीद जताई। महंगाई के मुद्दे पर उनका मानना है कि मुद्रास्फीति में कमी के बाद ही ब्याज दरों कटौती संभव है। रिपोर्ट के मुताबिक, पॉलिसी रेट में हुए बदलावों से अप्रैल 2014 से दिसंबर 2015 के दौरान महंगाई में चौथाई फीसदी की कमी हुई है। राजन ने कहा कि रेपो रेट में 150 बेसिक पॉइंट्स की कमी के बावजूद बैंकों ने मीडियन बेस रेट में सिर्फ 60 बेसिक पॉइंट्स की ही कटौती की है।
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