मुंबई। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में बढोतरी तथा नोटबंदी से बनी कमजोर निवेश धारणा के कारण लगातार दूसरे सप्ताह शेयर बाजार में गिरावट देखी गयी। आने वाले सप्ताह में भी नववर्ष से पहले कारोबार सुस्त रहने, मासिक सौदा निपटान और अमेरिका के आर्थिक विकास के मजबूत आंकड़ों का दबाव बाजार पर दिख सकता है। इस बीच जीएसटी परिषद् की 22 और 23 दिसंबर की बैठक में भी केंद्र सरकार तथा राज्यों के बीच कर संग्रह अधिकार को लेकर सहमति नहीं बन पाने के कारण आने वाले सप्ताह में बाजार पर दबाव जारी रह सकता है। अमेरिका में ब्याज दरों में चौथाई फीसदी की बढ़ोतरी तथा अगले साल तीन बार बढ़ोतरी करने की घोषणा के बाद से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक लगातार शेयरों तथा डेट की बिकवाली कर रहे हैं। इससे भी बाजार में बिकवाली का क्रम जारी रह सकता है।
पिछले सप्ताह पांच में से चार दिन बाजार में गिरावट
बीते सप्ताह पांच में से चार दिन बाजार में गिरावट रही जबकि अंतिम दिन शुक्रवार को इसमें थोड़ा सुधार हुआ। बीएसई का सेंसेक्स 1.69 प्रतिशत यानी 448.86 अंक की साप्ताहिक गिरावट के साथ शुक्रवार को 26,040.70 अंक पर बंद हुआ। गुरुवार को यह करीब एक महीने बाद 26 हजार अंक से नीचे उतर गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 1.88 प्रतिशत यानी 153.70 अंक लुढ़ककर 7,985.75 अंक पर रहा। मंझोली तथा छोटी कंपनियों में बड़ी गिरावट रही। बीएसई का मिडकैप 3.88 प्रतिशत तथा स्मॉलकैप 2.61 प्रतिशत की साप्ताहिक गिरावट में बंद हुआ। सोमवार को सुस्त कारोबार के बीच सेंसेक्स 114.86 अंक नीचे 26,374.70 अंक पर रहा। मंगलवार को इसमें 66.72 अंक तथा बुधवार को 65.60 अंक की गिरावट रही। गुरुवार को वैश्विक स्तर पर निवेश धारणा कमजोर रहने से घरेलू बाजार में बड़ी गिरावट देखी गयी। सेंसेक्स 262.78 अंक फिसलकर 25,979.60 अंक तक उतर गया। इस साल 24 नवंबर के बाद पहली बार यह 26 हजार अंक से नीचे बंद हुआ। हालाँकि, सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिवस पर शुक्रवार को सात दिन से जारी गिरावट का क्रम समाप्त करते हुये सेंसेक्स 61.10 अंक चढ़कर 26,040.70 अंक पर बंद हुआ।
एक्सिस बैंक पर सबसे ज्यादा असर
नोटबंदी के दौरान अवैध रूप से पुराने नोट बदलने के कई मामलों के खुलासे के बाद निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक पर सबसे ज्यादा दबाव देखा गया। उसके शेयर 7.26 प्रतिशत टूट गये। सरकारी क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक में भी 5.85 प्रतिशत की साप्ताहिक गिरावट रही। आईसीआईसीआई बैंक के शेयर 1.43 प्रतिशत तथा एचडीएफसी के 3.55 प्रतिशत टूटे जबकि एचडीएफसी बैंक में 0.46 फीसदी की बढ़त रही। तेल एवं गैस तथा ऊर्जा क्षेत्र की कंपनियों में मिलाजुला रुख रहा। ओएनजीसी के शेयर 4.31 प्रतिशत तथा पावर ग्रिड के 0.95 प्रतिशत लुढ़क गये। वहीं, गेल के शेयर सेंसेक्स में सबसे ज्यादा 3.97 प्रतिशत चढ़े। एनटीपीसी में 0.75 प्रतिशत तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज में 0.06 प्रतिशत की तेजी रही।
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