नई दिल्ली. ऑनलाइन कंटेंट स्टोरेज की सुविधा देने वाली क्लाउड कम्प्यूटिंग टेक्नोलॉजी पर रेग्युलेशन को लेकर टेलीकॉम कंपनियों ने ट्राई से लचीला रुख अख्तियार करने को कहा है। हालांकि क्लाउड आधारित लोकल सर्विसेज के लिए डाटा सेंटर बनाने को लेकर अलग-अलग मत सामने आए।
नैसकॉम ने उठाया डाटा पोर्टेबिलिटी का मुद्दा
नैसकॉम के मुताबिक, ‘प्रतिस्पर्धी माहौल को देखते हुए कंपनियों को डाटा पोर्टेबिलिटी, माइग्रेशन और इंटरऑपरेबिलिटी के मुद्दों पर काम करने देना चाहिए।’ इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) और सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) ने भी नैसकॉम की बात का समर्थन किया।
क्लाउड के लिए कानून की जरूरत नहीं
आईएएमएआई का कहना है कि क्लाउड सर्विसेज प्रोवाइडर्स पर नियंत्रण के लिए आईटी एक्ट या कंपनी एक्ट जैसे किसी कदम की आवश्यकता नहीं है। वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे को लेकर रिलायंस जियो ने देश में ही डाटा सेंटर खोलने की वकालत की है।
Home / Business / टेलीकॉम सेक्टर की गुहार- क्लाउड सर्विसेज रेग्युलेशन में सख्ती ना दिखाए ट्राई