नई दिल्ली। मानसून आ गया है, अपने साथ उल्लास तो लाया ही है पर अस्त-व्यस्तता भी इसका हिस्सा है। हम में से बहुत से लोग बड़ी उम्मीद से मानसून का इंतजार करते हैं ताकि खूबसूरत सडक़ों पर लंबी ड्राइव पर जाएं, किंतु हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि कभी-कभार मानसून बहुत आवेश में भी आ सकता है। यही वह वक्त है जब आपको अपनी कार की सबसे ज्यादा देखभाल करनी चाहिए। आइए जानते हैं कि आप अपनी कार को मानसून के दौरान सुरक्षित और चलती अवस्था में कैसे रखें।
मानसून से नुकसान का कवर
आपके पास जो बीमा पॉलिसी है क्या वह मानसून में आपकी कार के नुकसान की भरपाई करेगा। कई बीमा पॉलिसी दुर्घटना से हुई क्षति की मरम्मत के लिए तो पर्याप्त होता है लेकिन यह मानसून संबंधी अन्य जोखिमों को दायरे में नहीं लेता, उदाहरण के लिए- पानी भरी सडक़ पर ड्राइविंग करने से वाहन का इंजन क्षतिग्रस्त हो जाना। इसलिए आप मौजूदा पॉलिसी पर ही अतिरिक्त सुरक्षा व बचाव के लिए स्मार्ट ऐडऑन भी ले लें। ये ऐडऑन पर आप विचार कर सकते हैं।
इंजन प्रोटेक्ट: यदि बारिश के मौसम में कार जलमग्न होने से इंजन क्षतिग्रस्त हो जाए तो यह ऐडऑन उसे भी कवर करता है।
रोडसाइड असिस्टेंस: यह ऐडऑन तब काम आता है जब आपकी कार सडक़ के बीच में खराब हो जाए और उसे नजदीकी गैरेज तक खींच कर ले जाना पड़े या कार का ईंधन खत्म हो जाए।
जीरो डैप्रिसिएशन: यह ऐडऑन कार की संपूर्ण कीमत को कवर करता है, अगर आपकी कार 3 साल से ज्यादा पुरानी है तो आपको यह कवर अवश्य लेना चाहिए।
रिटर्न टू इनवॉइस: अगर कार इतनी क्षतिग्रस्त हो जाए कि मरम्मत न हो सके या फिर चोरी हो जाए तो यह कवर ऑन-रोड प्राइस (या इनवॉइस वैल्यू) की क्षतिपूर्ति करता है।
क्लेम करने सेे पहले फायदे-नुकसान का आकलन करें
मानसून के महीने में दुर्घटना से हुई क्षति के दावों में बढ़ोतरी हो जाती है, जो कि अक्सर गीली सडक़ों पर कारों के फि सलने से होती हैं। ज्यादा क्लेम का मतलब है कि आपको कार इंश्योरेंस पॉलिसी रिन्यू कराने पर नो-क्लेम बोनस का लाभ नहीं मिलेगा। नो-क्लेम बोनस रिन्युअल प्रीमियम पर ग्राहकों को मिलने वाला डिस्काउंट होता है, जिन्होंने पॉलिसी की अवधि के दौरान कोई दावा न किया हो उन्हें 20 से 50 प्रतिशत के बीच छूट का फायदा मिलता है। इसलिए, हमारी सलाह है कि नो क्लेम बोनस कायम रखने में फायदा है या फि र क्लेम लेने में, पहले इसका मूल्यांकन कर लें।
एतिहात के तौर पर ये कदम उठाएं
मानसून मेन्टिनेंस की प्रक्रिया के तहत सबसे पहले यह काम कीजिए कि जब आपकी कार या बाइक उपयोग में न हो तो उसे ढक कर रखें। यह भी सुनिश्चित करें कि आपकी कार इतनी नीची जगह पर न पार्क रहे जहां जल भराव होता हो। वाहन के टायरों पर भी ध्यान देना चाहिए। सुनिश्चित करें कि आपके वाहन के टायर बढिय़ा हालत में हों और मानसून आने से पहले वे बेहतर ट्रैड डैप्थ से फिट हों। इससे आपका वाहन बरसात के मौसम में सडक़ों पर फिसलेगा नहीं।
ऐसे इलाके जहां बारिश बहुत ज्यादा हो रही हो और जल स्तर बढ़ रहा हो वहां पर कार के सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम को अनलॉक्ड कर के रखें। शीशों को थोड़ा सा नीचे कर दें, खासकर तब जब वे पावर ऑपरेटिड हों। इस बात की संभावना रहती है कि इलेक्ट्रिकल फेलियर के वजह से दरवाजे व खिड़कियां जाम हो जाएं जिससे कार में बैठे लोग अंदर बंद रह जाने के जोखिम में पड़ जाएंगे। ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए हमेशा कार के भीतर एक हथौड़ा रखें।
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