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ये है भारत की पहली सुपरकार, जर्मन कारों को देगी टक्कर

Published: Apr 02, 2015 10:32:00 am

Submitted by:

Anil Kumar

M-Zero नाम से आ रही भारत की इस पहली सुपरकार को मीन मेटल मोटर्स नाम की कंपनी कर रही है तैयार

नई दिल्ली। सर्वविदित है कि सुपरलग्जरी कारें बनाने के मामले में जर्मनी का ही नाम सबसे ऊपर रहा है। अत्याधुनिक तकनीक और जबरदस्त परफोर्मेश वाली कारों बनाने के के लिए जर्मन कार निर्माता दुनियाभर में अव्वल है, लेकिन अब एक भारतीय सुपरकार इनको टक्कर देने जा रही है। यह भारत की पहली सुपरकार है जिसे मीन मेटल मोटर्स नाम की कंपनी के संस्थापक सार्थक पॉल बना रहे हैं। यह कार भी जर्मन कारों की तरह ही अत्याधुनिक तकनीक और जबरदस्त पावर वाली होगी।

एम-जीरो नाम से आएगी-
मीन मेटल मोटर्स कंपनी द्वारा तैयार की जा रही भारत की इस पहली सुपरकार को M-Zero नाम से लाया जा रहा है। इसमें 4.0 लीटर एएमजी वी8 बाई टर्बो या 4.8 लीटर एनए वी10 इंजन फिट किया जाएगा जो 500 से ज्यादा बीएचपी का जबरदस्त पावर जनरेट करेगा। यह एक हाइब्रिड कार होगी जिसके चलते इसमें 250 बीएचपी का पावर जनरेट करने वाली मोटर भी फिट की जाएगी जिसके चलते इसका कुल पावर 750 बीएचपी का होगा। इसी जबरदस्त पावर के तहत यह सुपर जर्मन कारों को टक्कर देने वाली होगी।

टॉप स्पीड 320 किमी प्रतिघंटा-
भारत की पहली सुपरकार एम-जीरो हवा से बातें करने वाली होगी। इसकी टॉप स्पीड 320 किलोमीटर प्रति घंटा की होगी। इसे 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ने में महज 3 सेकंड्स से भी कम का समय लगेगा।

बॉडी बनाने में स्पेशल धातु का इस्तेमाल-
इंडियन सुपरकार एम-जीरो की बॉडी बनाने के लिए स्पेशल धातु का इस्तेमाल किया जा रहा है। ऎसा इस कार के बेहतर एयरोडानामिक्स और ट्रैक पर स्टेबिलिटी के लिए किया जा रहा है। इस कार में क्रॉसहेयर तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। जबकि लाइटवेट सस्पेंशन सिस्टम के लिए इसमें हाइड्रो-न्यूमैटिक स्ट्रट्स दिए जा रहे हैं।

बिना चाबी के होगी एंट्री-
इंडियन सुपरकार एम-जीरो की सबसे बड़ी खास बात इसमें दी जा रही है बिना चाबी की एंट्री वाली तकनीक है। इस तकनीक के तहत मालिक के अलावा कोई दूसरा इस कार का दरवाजा नहीं खोल सकता।
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