नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री
प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को संसद में कहा कि 20 विश्व स्तरीय अनुसंधान व शिक्षण संस्थानों के लिए दिशा-निर्देश और प्रस्ताव तैयार कर लिए गए हैं और जल्द ही इस पर आगे बढ़ेंगे।
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक प्रश्न के जवाब में जावड़ेकर ने कहा, दिशा-निर्देश तैयार हैं। प्रस्ताव अंतिम रूप में हैं और मुझे उम्मीद है और निश्चित हूं कि प्रस्तावों को
मानसून में अंतिम मंजूरी मिलेगी।
तृणमूल कांग्रेस नेता सुगाता बोस सरकार से 20 विश्वस्तरीय अनुसंधान व शिक्षण संस्थानों की स्थापना के बारे में जानकारी मांगी थी। यह संस्थान अनुसंधान व नवाचार के लिए देशभर में स्थापित होंगे। इनकी घोषणा बीते साल की गई थी। जावड़ेकर ने यह भी कहा कि ये संस्थान वास्तवित तौर पर अनुसंधान और नवाचार के लिए मार्ग प्रशस्त करेंगे।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से दुनिया की वृद्धि हुई है। हमें बढऩे की जरूरत है। आज हमारे पास विविधता में सीखने की अवधारणा है। कई देशों के छात्र साथ मिलकर सीखेंगे और साथ अनुसंधान करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न देशों के प्रोफेसर भी इसमें शामिल होंगे।
जावड़ेकर ने कहा, विदेशी प्रोफेसर व साथ ही साथ भारतीय प्रोफेसर इन विश्व स्तर के संस्थानों को वास्तव में विश्व स्तर का बनाएंगे। हम इन्हें इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इमीनेंस के नाम से बुला रहे हैं।