चेन्नई. ग्रीम्स रोड स्थित अपोलो अस्पताल में शुक्रवार रात उस वक्त तनाव की स्थिति बन गई जब शिकायत पर कार्रवाई नहीं होने से नाराज एक व्यक्ति ने खुद पर केरोसिन डालकर आग लगाने का प्रयास किया। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़कर थाउजेंड लाइट पुलिस को सौंप दिया।
मालूम हो मुख्यमंत्री जे.जयललिता अपोलो अस्पताल में एक महीने से भर्ती है। इसी वजह से पार्टी के कार्यकर्ता और उनके समर्थक अस्पताल के बाहर डेरा जमाए हुए हैं। पुलिस ने बताया कि सहानुभूति और आम जनता का ध्यान अपनी ओर केंद्रित करने के लिए उसने यह कदम उठाया। उसी दौरान केरोसिन डालकर आग लगाने का प्रयास करते देख अफरा-तफरी मच गई।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि एगमोर के गेंगू स्ट्रीट निवासी शिवकुमार (40) ने छह माह पहले एगमोर पुलिस में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था लेकिन उसकी शिकायत पर एगमोर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। जिससे वह नाराज था। दरअसल छह महीने पहले अपने दोस्त के साथ मिलकर ट्रस्ट खोलने के लिए उसने दस लाख रुपए दिए। कथित तौर पर ट्रस्ट में बड़े पद के लिए उसने दस लाख रुपए दिए थे लेकिन शिवकुमार के दोस्त चोकलिंगम ने ट्रस्ट में उसे न पद दिलाया और न ही वेतन के नाम पर कोई राशि दी।
कई बार विनती करने के बावजूद चोकलिंगम अनदेखी करता रहा। उसके इरादे को भांपते हुए शिवकुमार ने एगमोर पुलिस में शिकायत दर्ज कराया। थाउजेंड लाइट पुलिस ने एगमोर पुलिस को सूचित किया और शिवकुमार को समझाकर घर भेज दिया।