चेन्नई.
लम्बे समय से डीएमके की सहयोगी रही कांग्रेस इस बार स्थानीय निकाय चुनाव में अकेले उतरने का मानस बना रही है। स्थानीय निकाय चुनाव संभवत: अगले साल जनवरी-फरवरी में हो सकते हैं। हाल ही पालयमकोट्टै में पार्टी की जोनल कांफ्रेन्स में इस बात के संकेत मिले हैं।
टीएनसीसी प्रमुख एस. तिरुणावकरसु भी पार्टी को अकेले ही चुनाव में उतरने के पक्ष में नजर आ रहे हैं। इस बैठक में भाग लेने वाले अधिकांश पार्टी कार्यकर्ताओं की यही राय उभर कर आई कि स्थानीय निकाय चुनाव में डीएमके के साथ सीटों के बंटवारे की बजाय पार्टी के अपने बूते पर ही चुनाव में किस्मत आजमानी चाहिए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि अब स्थितियां बदली हैं और कांग्रेस तमिलनाडु में मजबूत पार्टी का विकल्प बन सकती है। तमिलनाडु के दक्षिणी जिलों कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, तुत्तुकुड़ी, विरुदनगर आदि में पार्टी मजबूत स्थिति में हैं। ऐसे में युवा नेताओं की एक राय यही बनी कि पार्टी स्थानीय निकाय चुनाव में अकेले उतरे।
हालांकि कांग्रेस अकेले उतरेगी या डीएमके के साथ गठबंधन करेगी यह निर्णय हाईकमान ही करेगा। हालांकि मौजूदा हालात को देखते हुए अगले एक-दो महीनों में स्थानीय निकाय चुनाव होने की संभावना कम ही नजर आ रही है। ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं को तैयारी के लिए पूरा समय मिल सकता है।