scriptसुराज शिविर : सहायता राशि के 21 चेक बाउंस | janjgir-champa : 21 Czech Bounce of suraj camp | Patrika News

सुराज शिविर : सहायता राशि के 21 चेक बाउंस

locationजांजगीर चंपाPublished: Apr 26, 2015 10:57:00 am

लोक सुराज अभियान के तहत सांसद आदर्श ग्राम जावलपुर में परिवार सहायता योजना के तहत 21 हितग्राहियों को दिया गया चेक बाउंस हो गया है।

cheque bounce

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जांजगीर-चांपा. लोक सुराज अभियान के तहत सांसद आदर्श ग्राम जावलपुर में परिवार सहायता योजना के तहत 21 हितग्राहियों को दिया गया चेक बाउंस हो गया है। हितग्राहियों को इसकी जानकारी बैंक पहुंचने पर हुई। इस मामले में प्रशासन के अफसर अब गोल-मोल जवाब दे रहे हैं। वहीं हितग्राही चेक जमाकर रकम पाने बैंक व अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं।

प्रदेशव्यापी लोक सुराज अभियान के तहत मांग व शिकायतों के निराकरण के अलावा जरूरतमंदों को आर्थिक सहायता मुहैया कराने का भरसक दावा शासन-प्रशासन तो करता है, लेकिन उन दावों की हकीकत क्या है, इसका अंदाजा सांसद आदर्श ग्राम जावलपुर में 21 हितग्राहियों को बांटे गए चेक के बाउंस होने से लगाया जा सकता है।

यहां बीते 17 अप्रैल को जिला स्तरीय लोक सुराज शिविर का आयोजन हुआ था। इस दौरान सांसद कमला देवी पाटले के हाथों 21 हितग्राहियों को राष्ट्रीय परिवार सहायता के तहत 20-20 हजार रुपए का चेक दिया गया था, लेकिन सभी चेक बाउंस हो गए। सिवनी-चांपा की हितग्राही भगवंतीन देवांगन ने बताया कि उसके पति का निधन बीते सितंबर 2014 में हो गया था। उसे सुराज शिविर में 20 हजार का चेक परिवार सहायता के तहत दिया गया। चेक को उसने 18 अप्रैल को छग राज्य ग्रामीण बैंक के बलौदा शाखा में जमा किया था।

24 अप्रैल को जब वह रुपए आहरण करने बैंक पहुंची तो उसे बताया गया कि वह चेक बाउंस हो गया है। इसके लिए उससे सौ रुपए जुर्माना भी लिया गया। यही हाल सभी हितग्राहियों का है, जिन्हें प्रशासन ने मदद के बहाने बाउंस चेक थमाया है। चेक पाकर हितग्राहियों की परेशानी दूर तो नहीं हुई है, उल्टा उन्हें बैंक से सरकारी दफ्तरों के बार-बार चक्कर काटने पड़ रहे हैं। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सुराज के बहाने आम लोगों के भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है।

कौन करे कार्रवाई

नियम के तहत चेक बाउंस होने की स्थिति में चेक जारीकर्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का प्रावधान है। यदि आम लोग ऐसी हरकत करते तो उनके खिलाफ कार्रवाई करने प्रशासन जरा भी गुरेज नहीं करता, लेकिन शासन-प्रशासन के खिलाफ आखिर कार्रवाई कौन करेगा।

सुराज शिविर में 21 लोगों को परिवार सहायता का चेक दिया गया था। सभी चेक एसबीआई के थे, लेकिन उन्होंने चेक को ग्रामीण बैंक में जमा कर दिया। यहां से चेक क्लीयर होने के लिए एसबीआई गया है। बैंक मैनेजर से बात हो गई है। समस्या का निराकरण हो जाएगा।
आरएन तिवारी, सीईओ, जपं बलौदा
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