दिनेश साहू – छिंदवाड़ा . जिला अस्पताल के मर्चुरी के पास एक मरीज गुरुवार रातभर तड़पता रहा। वहां से अस्पताल के दर्जनों अधिकारी-कर्मचारी गुजरे, लेकिन किसी ने उसकी सुध नहीं ली। शुक्रवार सुबह 11 बजे ‘पत्रिका टीम की नजर मरीज पड़ी। टीम ने उसे तुरंत सेप्टीक वार्ड में भर्ती कराया और घटना की सूचना प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. सीएम गेडाम को दी। डॉ. गेडाम ने स्वयं मरीज का स्वास्थ्य परीक्षण किया। मरीज की हालत गम्भीर बनी हुई है।
उक्त मरीज को मेल सर्जिकल वार्ड के सेप्टीक वार्ड में 13 सितम्बर को भर्ती किया गया था। मरीज के परिजन नहीं होने पर उसे अज्ञात नाम से भर्ती किया गया। बताया जाता है कि मरीज अक्सर वार्ड से गायब हो जाता है, लेकिन बाद में वापस भी आ जाता है। वार्ड के दूसरे मरीजों ने बताया कि वह गुरुवार शाम से गायब था।
मरीज की फाइल में ‘नॉट फाउंड
डॉ. गेडाम ने घटना के संबंध में वार्ड इंचार्ज नर्स से पूछताछ की। नर्स ने बताया कि मरीज के गायब होने की सूचना आरएमओ को दे दी गई थी। इसके अलावा रोजाना डॉक्टर राउंड के समय मरीज की फाइल में नॉट फाउंड लिख रहे थे। गौरतलब है कि डॉक्टर द्वारा नॉट फाउंड लिखने पर भी किसी स्वास्थ्य कर्मचारी ने उसे खोजने का प्रयास नहीं किया।
वह अस्पताल के मर्चुरी गृह (शवगृह) के पास कई घंटे मरीज औंधा पड़ा रहा। बताया जा रहा है कि मरीज सामान्य रूप से चल फिर नहीं सकता है। घिसटते हुए वह इधर से उधर जाता था। एेसे में मर्चुरी के पास उपरोक्त अवस्था में मिलना जांच का विषय है।
कराई जाएगी जांच
मरीज को काफी तेज बुखार है, वह वहां कैसे पहुंचा इसकी जांच कराई जाएगी। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. सीएम गेडाम, प्रभारी सिविल सर्जन