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राशन दुकानें ही  पार लगाएंगी प्याज को

locationछिंदवाड़ाPublished: Jun 28, 2017 03:53:00 pm

Submitted by:

sandeep chawrey

जिले में नौ हजार क्विंटल से ज्यादा आ चुकी है प्याज। राशन की दुकानों में दो रुपए किलो में भेजा जा रहा है इसे

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छिंदवाड़ा. प्रदेश के मालवा क्षेत्र में बम्पर उत्पादन के कारण बेभाव हुए प्याज को छिंदवाड़ा में खपाया जा रहा है। शाजापुर, शुजालपुर और उज्जैन से सड़क और रेल मार्ग से प्याज जिले में आ रही है।
मंगलवार को 2600 क्विंटल प्याज की एक और रैक छिंदवाड़ा आ गई। शुरू में छिदंवाड़ा में पांच हजार 500 क्विंटल प्याज भेजे जाने की बात कही जा रही थी, लेकिन अब तक नौ हजार क्विंटल से ज्यादा प्याज आ चुकी है। रेलवे की दो रैक में ही 4600 क्विंटल से ज्यादा प्याज आई है। इधर, रोज एक-दो ट्रक भी गुरैया सब्जी मंडी पहुंच रहे हैं। मंगलवार को नागरिक आपूर्ति निगम के कर्मचारी इस प्याज को ट्रकों में भरकर गोदाम तक पहुंचाने में लगे रहे।
जिले में मानूसनी बारिश होने के कारण प्याज को सुरक्षित करने में अब परेशानी होगी। बारिश के कारण नमी युक्त और गीली जगह प्याज को जल्द खराब करेगी। विभागों के सामने समस्या यह है कि प्याज को गीला होने से कैसे बचाएं। ट्रांसपोर्टेशन में वैसे ही प्याज की गुणवत्ता कम होती जा रही है। व्यापारी भी प्याज अब उतनी ही खरीदेंगे, जितनी तुरंत बिक जाए। ऐसे में ज्यादातर प्याज अब राशन दुकानों तक ही पहुंचाई जाएगी।
48 घंटे भी नहीं रखना है गोदामों में
वेयर हाउस मैनेजर दिलीप अर्गल ने बताया कि प्याज को ज्यादा समय के लिए भंडारण करना ही नहीं है। रैक आने के बाद नान तय हिसाब के अनुसार व्यापारियों को प्याज नीलाम कर देता है। उसके बाद राशन दुकानों के लिए यह प्याज भेज दी जाती है। कुछ स्टॉक बच रहा है तो उसे हम अपने गोदामों में रख लेते हैं लेकिन उसे भी 48 घंटे के भीतर निकालना होता है क्योंकि प्याज के खराब होने का डर है।
पूरे जिले में हो रही सप्लाई
नागरिक आपूर्ति निगम में विजय राज पॉलीवाल ने बताया कि मंगलवार को 2600 क्विंटल प्याज आई है। उसका वितरण किया जा रहा है। व्यापारियों के बाद बचे प्याज को पीडीएस के जरिए जिले की राशन दुकानों में भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि राशन दुकानों पर प्याज की डिमांड है और लोग खरीद रहें हैं। ग्रामीण क्षेत्र में जहां प्याज उत्पादन नहीं होता है वहां लोग खरीद रहे हैं।

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