जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान कांता ठाकुर के पक्ष में भाजपा नेताओं द्वारा व्हिप जारी करने और खुद को प्रत्याशी नहीं बनाए जाने से नाराज चल रही मानवती शाह ने भाजपा का साथ छोड़ दिया।
छिंदवाड़ा । जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान कांता ठाकुर के पक्ष में भाजपा नेताओं द्वारा व्हिप जारी करने और खुद को प्रत्याशी नहीं बनाए जाने से नाराज चल रही मानवती शाह ने सोमवार को स्थायी समितियों के चुनाव में एेन वक्त पर भाजपा का साथ छोड़ दिया। इसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ा। बहुमत होने के बावजूद भाजपा दो समितियों पर ही अपना सभापति बनवा सकी। उधर कांग्रेस ने इसका लाभ उठाते हुए तीन समितियों पर कब्जा कर लिया। सामान्य प्रशासन समिति में जिला पंचायत अध्यक्ष और शिक्षा समिति में उपाध्यक्ष को सभापति मनोनीत किया गया। बगावत करने वाली मानवती शाह कृषि समिति की सभापति चुनी गईं।
जिला पंचायत सभाकक्ष में दोपहर 12 बजे से रात्रि 8.30 बजे तक चली इस निर्वाचन प्रक्रिया की शुरुआत में कृषि स्थायी समिति के चुनाव हुए, जिसमें सभापति और सदस्य पद की वोटिंग में कांग्रेस के 10 और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के 2 और मानवती के साथ ने 13-13 वोट से बराबरी का अंतर ला दिया। लॉटरी से चुनाव में मानवती शाह जीत गईं। इससे पहले भाजपा के पास मानवती को मिलाकर 14 वोट थे। मानवती के साथ छोडऩे से कांग्रेस ने दो और समितियों सहकारिता एवं उद्योग तथा महिला बाल विकास एवं स्वास्थ्य समिति पर विजय प्राप्त कर ली।
भाजपा ने धोखा किया था – मानवती
कृषि समिति की सभापति चुनी गईं मानवती शाह और उनके पति बटकाखापा भाजपा मंडल अध्यक्ष कमलभान शाह ने कहा कि भाजपा नेताओं ने अध्यक्ष चुनाव में उनके साथ धोखाधड़ी की। पार्टी फोरम में रायशुमारी के दौरान 11 सदस्यों के समर्थन के बावजूद कांता ठाकुर को अध्यक्ष बनाया। इस अपमान से दुखी होकर हमने कांग्रेस का साथ दिया।
कांग्रेस ने तत्काल दी सदस्यता
भाजपा का साथ छोडऩे वाले शाह दम्पती का जिला कांग्रेस अध्यक्ष गंगाप्रसाद तिवारी ने कांग्रेस की सदस्यता प्रदान की और इसे पार्टी की सफल रणनीति बताया।
अध्यक्ष कांता बोलीं- संगठन को बताएंगे
समिति चुनाव में निराश अध्यक्ष कांता ठाकुर ने कहा कि इस घटनाक्रम से पार्टी संगठन को अवगत कराएंगे। मानवती ने साथ छोड़कर अपनी सोच का परिचय दिया है।