छिंदवाड़ा. राष्ट्रपति डॉ.प्रणब मुखर्जी के काफिले में करीब 60 गाडि़यां चलेंगी। प्रशासन ने ‘सफेद लग्जरी कारÓ को पहली पसंद बताते हुए इसकी तलाश शुरू कर दी हैं। इन कारों में राज्यपाल, मिनिस्टर इन वेटिंग, सांसद, विधायक और मुख्य सचिव से लेकर वरिष्ठ नौकरशाह बैठेंगे। सफेद कार न मिलने की दशा में दूसरे कलर के वाहन लगाए जाएंगे।
देश के प्रथम नागरिक के 14 दिसम्बर के दौरे की काउंट डाउन तैयारियों को शुक्रवार को तेज कर दिया गया। कलेक्ट्रेट की प्रोटोकाल शाखा द्वारा छिंदवाड़ा में मौजूद सफेद लग्जरी कारों को पहली प्राथमिकता के आधार पर आरटीओ के माध्यम से बुलवाया गया। फिर दूसरे कलर की कारों को बतौर रिजर्व रखा गया। इस तरह करीब 25 गाडि़यों को पुलिस लाइन में चार दिन पहले ही खड़ा कर दिया गया। वेरी वीआईपी मेहमानों की संख्या को देखते हुए अब जबलपुर में एेसी कारों को ढूंढने का मैसेज भिजवाया गया है।
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रपति के लिए अलग गाड़ी आएगी, लेकिन राज्यपाल समेत अन्य मेहमानों की लालबत्ती के लिए सफेद कार का इंतजाम करना पड़ेगा। इन कारों के साथ उनके ड्रायवरों की सूची भी बनाई गई है। अधिकांश में सरकारी विभागों के सीनियर ड्राइवर अपनी सेवाएं देंगे। सिटी मजिस्टे्रट आरआर पाण्डे का कहना है कि राष्ट्रपति के काफिले के लिए लग्जरी कारों का इंतजाम शुरू कर दिया गया है।
मिनिस्टर इन वेटिंग ने भी पूछी तैयारियां
राज्य शासन द्वारा राष्ट्रपति की अगवानी के लिए नामित मिनिस्टर इन वेटिंग गौरीशंकर बिसेन ने कृषि सम्मेलन के दौरान कलेक्टर जेके जैन से दौरे की तैयारियों की जानकारी ली और प्रशासन के अन्य इंतजामों पर भी विचार-विमर्श किया। बिसेन इमलीखेड़ा हवाईपट्टी में अगवानी से लेकर राष्ट्रपति की विदाई तक राज्य सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे।