प्रदूषण प्रमाण-पत्र की नहीं हो रही जांच…वाहनों से निकलने वाले धुएं से प्रदूषण बढ़ रहा है
छिंदवाड़ा . शहर की सड़कों पर बेहिसाब धुआं फेंकने वाले वाहनों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। वाहनों से निकलने वाले धुएं से प्रदूषण बढ़ रहा है साथ ही अन्य वाहन चालकों और सड़क से सटे व्यवसायियों के लिए बड़ी परेशानी बन रहे हैं।
परिवहन विभाग की लापरवाही के कारण शहर के अलावा जिले में कंडम वाहन दौड़ रहे जो सड़कों पर धुआं फैला रहे हैं। आधुनिक फिटनेस सेंटर न होने के कारण अभी तक केवल प्रमाण-पत्र देखकर वाहन मालिक सर्टीफिकेट जारी किया जाता रहा है।
परिवहन विभाग के नए कार्यालय में फिटनेस की जांच के लिए कंट्रोल रूम तैयार हो चुका है जहां वाहन को शेड में खड़ा करते ही उसकी फिटनेस की पूरी जानकारी कंट्रोल रूम में दिखाई देगी।
इस स्थिति में उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले दिनों में सड़कों पर चलने के लिए पूरी तरह से मान्य होने वाले वाहनों को ही फिटनेस सर्टीफिकेट जारी किया जाएगा। वर्तमान में कई कंडम वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं, जिन्हें परिवहन विभाग ने फिटनेस सर्टीफिकेट दिया है। एेसी स्थिति में वाहनों की वजह से बढऩे वाले प्रदूषण पर नियंत्रण की उम्मीद नहीं की जा सकती है।
क्या जांचा पता नहीं
मप्र शासन परिवहन विभाग की ओर से पिछले माह एक आदेश जारी किया गया था। आदेश में साफ तौर पर लिखा हुआ था कि नौ से 24 नवम्बर तक विशेष जांच अभियान चलाया जाए। जांच में वाहनों के अंदर लगाए गए गति नियंत्रक उपकरणों की चैकिंग के साथ ही प्रदूषण प्रमाण-पत्रों की भी कड़ाई से जांच की जाए ताकि प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर लगाम लगाई जा सके। जिले में भी अभियान चलाया गया, लेकिन इसका कोई असर वाहनों पर दिखाई नहीं दे रहा है।
जल्द की जाएगी जांच
मेरे संज्ञान में यह मामला है जल्द ही वाहनों के प्रदूषण सर्टीफिकेट की जांच की जाएगी। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
संतोष पॉल, अतिरिक्त जिला परिवहन अधिकारी, छिंदवाड़ा