जेपी ग्रुप के बाद इन छह डेवलपर्स पर भी गिर सकती है NCDRC की गाज
Published: May 11, 2016 11:42:00 am
एनसीडीआरसी के अनुसार होम बायर्स ने एनसीआर के 7 बड़े डेवलपर्स के खिलाफ अपनी शिकायत दर्ज कराई है
नई दिल्ली। एनसीडीआरसी द्वारा जेपी ग्रुप पर भारी जुर्माना लगाए जाने के बाद होम बायर्स ने उम्मीद जताई है कि जल्दी ही छह और रिएल एस्टेट डेवलपर्स के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
एनसीडीआरसी ने जेपी ग्रुप के कैलिप्सो कोर्ट प्रोजेक्ट में बायर्स को पजेशन देने में हुई देरी के चलते 12 फीसदी सालाना जुर्माना लगाए जाने के आदेश दिए है। साथ ही जेपी ग्रुप को 21 जुलाई से पहले सभी होम बायर्स को पजेशन देने के लिए कहा है। पजेशन देने में किसी भी कारण देरी होती है तो रिएल एस्टेट डवलपर को प्रोजेक्ट कम्प्लीट होने तक प्रति फ्लैट ऑनर को 5,000 प्रतिदिन के हिसाब से रुपए देने के लिए कहा है।
7 डेवलपर्स के खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत
जेपी ग्रुप पर लगाए गए जुर्माने से उत्साहित होम बायर्स ने मंगलवार को एनसीडीआरसी में दो बड़े रियल एस्टेट डेवलपर्स यूनीटेक तथा बीपीटीपी के खिलाफ 5 शिकायतें दायर की। मामलों की सुनवाई 24 तथा 26 मई को की जाएगी। मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार आने वाले समय में इनकी संख्या और भी बढ़ सकती है।
एनसीडीआरसी के अनुसार होम बायर्स ने एनसीआर के 7 बड़े डेवलपर्स के खिलाफ अपनी शिकायत दर्ज कराई है। इन डवलपर्स में जेपी, यूनीटेक, बीपीटीपी, एम3एम, डीएलएफ, एमआर एमजीएफ, वाटिका जैसे बड़े और प्रतिष्ठित डेवलपर्स शामिल हैं। फ्लैट का पजेशन देने में हुई देरी से परेशान कुछ होम बायर्स छोटे डेवलपर्स के खिलाफ भी एनसीडीआरसी में केस लड़ रहे हैं।
होम बायर्स को है न्याय की उम्मीद
एनसीडीआरसी जेपी से पहले भी कमीशन यूनीटेक, पार्श्वनाथ जैसे कई बड़े बिल्डर्स के खिलाफ अपना फैसला दे चुका है और उन पर भारी जुर्माना लगा चुका है। ऐसे में होम बायर्स को यही उम्मीद है कि आने वाले समय में प्राधिकरण होम बायर्स को परेशानी से बचाने के लिए रियल एस्टेट डेवलपर्स के खिलाफ ठोस तथा सख्त फैसले सुना सकता है।