इस सूची में ब्राइटेस्ट स्टार ओवर द डिकेड भारतीय कंपनी एचडीएफसी बैंक को घाषित किया गया है। यह कंपनी लगातार 9 बार इस सूची में जगह बना चुकी है, जबकि कोई और कंपनी अब तक ऎसा नहीं क र पाई है। इस सूची में तीसरा स्थान साउथ कोरिया का है। साउथ कोरिया की चार कंपनियों को इस सूची में जगह मिली है, जबकि फिलिपींस, थाईलैंड, मलेशिया और सिंगापुर से दो-दो कंपनियां और ताइवान, जापान और इंडोनेशिया से एक-एक कंपनी को इस सूची में जगह मिली है।
सूची में शामिल होने वाली भारतीय कंपनियां –
अरोबिंदो फार्मा
एचसीएल टेक्नोलॉजीस
एचडीएफसी बैंक
ल्यूपिन
मदरसन सुमी सिस्टम्स
सन फार्मास्यूटिकल्स इंडस्ट्रीज
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस
टाटा मोटर्स
टेक महिंद्रा
टाइटन
फॉर्च्यून 500 में सात भारतीय कंपनियां
विश्व की 500 सबसे बड़ी कंपनियों में इंडियन ऑयल, रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा मोटर्स समेत कुल सात भारतीय कंपनियों को जगह मिली है। प्रतिष्ठित व्यावसायिक पत्रिका फॉर्च्यून की ओर से 2015 के लिए जारी 500 बड़ी कंपनियों की सूची में इंडियन ऑयल को 119वें स्थान पर रखा गया है और इसका राजस्व 74.20 अरब डॉलर आंका गया है। यह पिछले साल यह 96 वें स्थान पर रही थी।
रलायंस इंडस्ट्रीज भी 44 स्थान खिसककर 62.80 अरब डॉलर के राजस्व के साथ 158वें पायदान पर आ गई। वहीं, टाटा मोटर्स 42.98 अरब डॉलर राजस्व के साथ 33 स्थानों की छलांग लगाकर 254वें और भारतीय स्टेट बैंक 42.07 अरब डॉलर राजस्व के साथ 43 स्थानों की छलांग लगाकर 260वें स्थान पर पहुंच गया।
भारत पेट्रोलियम 40 अरब डॉलर राजस्व के साथ 280वें, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम को 35.72 अरब डॉलर राजस्व के साथ 327वें और तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) को 26.31 अरब डॉलर राजस्व के साथ 449वें स्थान पर रखा गया है। पिछले साल इनकी रैंकिंग क्रमश: 242, 284 और 424 रही थी।