रिलायंस जियो के एयरटेल पर कॉलड्राप और नेटवर्क कनेक्टिविटी मुहैया नहीं करवाने के आरोप का जोरदार जवाब दिया है।
नई दिल्ली। रिलायंस जियो के एयरटेल पर कॉलड्राप और नेटवर्क कनेक्टिविटी मुहैया नहीं करवाने के आरोप का जोरदार जवाब दिया है। एयरटेल का कहना है कि जियो की तैयारियां अधूरी हैं और बिना समुचित टेस्ट किए ही बड़ी संख्या में ग्राहक जोड़ लिए गए हैं।
रिलायंस जियो को लिखे पत्र में एयरटेल ने कहा, ‘रिलायंस जियो बड़ी संख्या में कॉल विफल होने की वजह अपर्याप्त पॉइंट ऑफ इंटरकनेक्शन (पीओआई) बता रही है, लेकिन हमारा मानना है कि इस तरह की कॉल विफलता की प्रमुख वजह यह है कि कंपनी ने वाणिज्यिक परिचालन की घोषणा से पहले ही बड़ी संख्या में ग्राहक जोड़ लिए.’ यह पत्र कल भेजा गया। वहीं, जियो का कहना है कि दूसरे ऑपरेटर द्वारा मुहैया कराए गए पीओआई कम है।
रिलायंस इंडस्ट्री ने 18 अगस्त को जारी एक बयान में कहा था, कुल 12,500 पीओआई की जरूरत है। लेकिन तीनों कंपनियां मिलकर केवल 1,400 पीओआई ही दे रही हैं। इसका नतीजा है कि हमारे ग्राहकों का रोजना 12 करोड़ काल फेल हो रहे हैं, जब वे एयरटेल, वोडाफोन और आईडिया के नेटवर्क पर कॉल लगाते हैं।
एयरटेल ने कहा कि उसकी ओर से त्वरित प्रयासों के बावजूद आज की तारीख तक उपलब्ध कराए गए 3,048 पीओआई में से सिर्फ 2,484 इंटरकनेक्ट पोर्ट चालू हैं। इसकी वजह यह है कि रिलायंस जियो की तैयारियां अधूरी हैं तथा उसकी परीक्षण टीम सक्षम नहीं है। जियो का आरोप है कि अन्य टेलिकॉम ऑपरेटर उसे इंटरकनेक्ट की सुविधा नहीं दे रहे। इसकी वजह से ही नेटवर्क फेल्योर और कॉल ड्रॉप की शिकायतें बढ़ रही हैं। एयरटेल ने इस आरोप को नकारते हुए कहा कि जियो को पूरे इंटरकनेक्शंस मुहैया किए गए हैं।