scriptविजय माल्या के कार्यालयों, आवासों पर सीबीआई के छापे | CBI raid Vijay Mallya offices, residence | Patrika News

विजय माल्या के कार्यालयों, आवासों पर सीबीआई के छापे

Published: Oct 10, 2015 11:41:00 pm

सीबीआई सूत्रों ने बताया कि ये छापे माल्या के पांच ठिकानों पर एक साथ मारे गए

Vijay Mallya

Vijay Mallya

विजय माल्या के कार्यालयों, आवासों पर सीबीआई छापे
नई दिल्ली/बेंगलूरू/पणजी। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने किंगफिशर कंपनी के मालिक विजय माल्या और किंगफिशर के बंद पड़े दिल्ली व बेंगलूरू स्थित कार्यालयों व अन्य ठिकानों पर शनिवार को छापे मारे। 900 करोड़ रूपए की कथित धोखाधड़ी के मामले में बेंगलूरू, मुंबई, तथा पणजी के निकट किंगफिशर एयरलाइंस के कार्यालयों तथा माल्या व अन्य के आवासों पर छापेमारी की गई।

सीबीआई के एक प्रवक्ता ने से कहा, किंगफिशर एयरलाइंस को 900 करोड़ रूपये ऋण की मंजूरी व अदायगी में बैंकिंग मानदंडों के कथित तौर पर उल्लंघन के एक मामले में मुंबई, बेंगलूरू व गोवा में माल्या के कार्यालयों व आवासों सहित पांच जगहों पर छापेमारी जारी है। गोवा में सीबीआई के दल ने टोनी कंडोलिम समुद्र तट इलाके में माल्या के किंगफिशर विला में छापेमारी की।

इस मामले में सीबीआई ने माल्या, किंगफिशर एयरलाइंस के मुख्य वित्त अधिकारी ए. रघुनाथन तथा आईडीबीआई बैंक के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ 900 करोड़ रूपये के ऋण की मंजूरी व अदायगी में बैंकिं ग मानदंडों के कथित तौर पर उल्लंघन को लेकर मामला दर्ज किया था।

आईडीबीआई बैंक ने ऋण अदायगी में किंगफिशर एयरलाइंस की अक्षमता की बात जानने के बावजूद उसे 900 करोड़ रूपए का ऋण दिया था, जबकि अन्य बैंकों ने माल्या को इरादतन डिफॉल्टर घोषित कर रखा था। माल्या पर पहले से कई बैंकों के ऋण बकाया थे। किंगफिशर के निगेटिव नेटवर्थ और खराब क्रेडिट रेटिंग के बावजूद कंपनी को आईडीबीआई बैंक द्वारा 950 करोड़ रूपये का ऋण देने को लेकर बैंक भी साल 2014 में जांच के घेरे में आ गया था।

आईडीबीआई बैंक द्वारा ऋण की मंजूरी के मुद्दे पर साल 2014 में बैंक के खिलाफ प्रारंभिक जांच दर्ज करते हुए सीबीआई ने कहा था, जब कंपनी द्वारा अन्य बैंकों द्वारा दिए गए ऋण की अदायगी नहीं की गई थी, फिर आईडीबीआई बैंक को उसे ऋण देने की जरूरत ही नहीं थी। माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस अक्टूबर 2012 से ही बंद है।

खस्ता माली हालत वाली किंगफिशर एयरलाइंस को भारतीय बैंकों द्वारा कुल सात हजार करोड़ रूपये ऋण देने का मामला उजागर हुआ था। भारतीय स्टेट बैंक ने कंपनी को सर्वाधिक 1600 करोड़ रूपए का ऋण दिया था। वहीं, पंजाब नेशनल बैंक ने 800 करोड़ रूपए, बैंक ऑफ इंडिया ने 650 करोड़ रूपए, जबकि बैंक ऑफ बड़ौदा ने 550 करोड़ रूपए का ऋण दिया था।

किंगफिशर को 400 करोड़ रूपये का ऋण देने वाले युनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) ने मई 2014 में माल्या को सबसे पहले इरादतन डिफॉल्टर घोषित किया था। लेकिन माल्या के वकील कलकत्ता उच्च न्यायालय को दिसंबर में यह समझाने में कामयाब रहे कि उन्हें डिफॉल्टर घोषित करने की प्रक्रिया दोषपूर्ण है। माल्या का गोवा में कंडोलिम में आलीशान हॉलीवुड स्टाइल का किंगफिशर विला है। एक अन्य प्रमुख जायदाद मुंबई में किंगफिशर हाउस है, जो उपनगर अंधेरी में 17 हजार वर्गफुट में फैला है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो