ईपीएफओ शेयरों में निवेश को बढ़ाकर कर सकता है 10 फीसदी
Published: Jul 25, 2016 02:59:00 pm
इस संबंध में एक विशेषज्ञ समिति ने सिफारिश की है और 26 जुलाई को इसके न्यासियों की बैठक में इस पर विचार होगा
नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) के जरिए शेयर बाजार में निवेश का हिस्सा बढ़ाकर 10 प्रतिशत तक कर सकता है। फिलहाल यह निवेश 5 फीसदी तक रखा गया है। विशेषज्ञों की समिति ने अपनी एक रिपोर्ट में ईपीएफओ को इसी तरह की सिफारिश की है।
ईपीएफओ का केंद्रीय न्यास मंडल मंगलवार को अपनी बैठक में इस मामले पर विचार करने वाला है। श्रमिक संगठन कर्मचारी भविष्य निधि का कोई भी पैसा शेयर में लगाने के विरोध में है, लेकिन ईपीएफओ पांच प्रतिशत निवेश शेयरों में करने लगा है।
एक सूत्र के अनुसार संभावना है कि ईपीएफओ ईटीएफ में अपने निवेश का स्तर दोगुना कर सकता है। इस संबंध में एक विशेषज्ञ समिति ने सिफारिश की है और 26 जुलाई को इसके न्यासियों की बैठक में इस पर विचार होगा।
ईपीएफओ की वित्त अंकेक्षण एवं निवेश समिति द्वारा गठित विशेषों की समिति ने ईटीएफ में निवेश बढ़ाकर 10 प्रतिशत करने की सिफारिश की है। उसका कहना है कि शेयरों में केवल पांच प्रतिशत निवेश से ईपीएफओ के संपूर्ण पोर्टफोलियो से होने वाली आय में कोई बड़ा योगदान नहीं मिलेगा।
समिति का कहना है कि इस समय ईपीएफओ का शेयरों में निवेशक इसके कुल कोष का एक प्रतिशत से भी कम है, जबकि इस क्षेत्र में वैश्विक औसत करीब 30 प्रतिशत है। इससे पहले श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने संकेत दिया था कि ईपीएफओ शेयर में निवेश बढ़ा सकता है।