गडकरी ने शुक्रवार को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में टेस्ला की फैक्टरी का दौरा किया।
नई दिल्ली। केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला से भारत को एशिया का अपना मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने का आग्रह किया है। इसके लिए उन्होंने कंपनी को प्रमुख भारतीय बंदरगाहों के निकट जमीन उपलब्ध कराने की भी पेशकश की है ताकि कंपनी को वहां से दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों को निर्यात करने में सहूलियत हो।
गडकरी ने अमेरिका में टेस्ला का दौरा
गडकरी ने शुक्रवार को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में टेस्ला की फैक्टरी का दौरा किया। उन्होंने कंपनी को भारत में ऑटोमोबाइल क्षेत्र की कंपनियों के साथ संयुक्त उद्यम बनाने की भी पेशकश की, ताकि देश में प्रदूषण मुक्त सड़क परिवहन को बढ़ावा दिया जा सके। खासतौर पर कमर्शियल और सार्वजनिक मोटर वाहन क्षेत्र में इसका फायदा होगा।
टेस्ला को जमीन देने को कहा
गडकरी ने टेस्ला के वरिष्ठ अधिकारियों को भारत को अपना एशिया का विनिर्माण केंद्र बनाने का आग्रह किया और साथ ही कंपनी को भारत के प्रमुख बंदरगाहों के निकट जमीन उपलब्ध कराने की पेशकश की ताकि वह आसानी से दक्षिण और दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों को वाहनों का निर्यात कर सके।
टेस्ला ने की भारतीय सहयोग की सरहाना
टेस्ला के वरिष्ठ कार्यकारियों ने भी स्वीकार किया है कि दुनिया के बाजारों तक पहुंच बनाने के लिये कंपनी का विनिर्माण केंद्र अमेरिका से बाहर होना चाहिये। उन्होंने इस मामले में सहयोग की भारतीय पेशकश की सराहना की और कहा कि भविष्य में उचित समय पर वह इस बारे में विचार करेंगे।
स्टार्ट अप से जुडऩे का न्यौता
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सिलिकॉन वेली में काम कर रहे भारतीय मूल के पेशेवरों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘स्टार्ट अप इंडिया’ कार्यक्रम से जुडऩे का न्यौता दिया है। गडकरी ने अमेरिका की यात्रा के दौरान सैन फ्रांसिस्को में भारतीय पेशेवरों द्वारा रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने देश में मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत कई क्रांतिकारी नीतियां बनाई है।
भारतीय से की सहयोग की अपील
उन्होंने भारतीय मूल के सभी पेशेवरों से भारत आकर सड़क परिवहन, राजमार्ग तथा पोत परिवहन जैसे ढांचागत विकास के क्षेत्र के साथ ही सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में भी अपना सहयोग देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में भी भारत और अमेरिका के बीच परस्पर सहयोग का बड़ा क्षेत्र है। उन्होंने उद्यमियों से भारत आकर काम करने का आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें कारोबार शुरू करने में पूरा सहयोग दिया जाएगा।