आईटी कंपनियों का प्रदर्शन पोच साल के निचले स्तर पर
Published: Jul 02, 2015 03:13:00 pm
यह पिछले पांच साल
के दौरान आईटी कंपनियों का सबसे खराब प्रदर्शन है
मुंबई। सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की घरेलू कंपनियों का प्रदर्शन 31 मार्च को समाप्त तिमाही में पांच साल के निचले स्तर पर आ गया है और मुनाफे में 15.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। रिजर्व बैंक की ओर से जारी गैर-सरकारी गैर वित्तीय कंपनियों के आंकड़ों के अनुसार, इस साल जनवरी-मार्च की तिमाही में देश की 202 आईटी कंपनियों की बिक्री में 5.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई, यह पिछले पांच साल के दौरान आईटी कंपनियों का सबसे खराब प्रदर्शन है।
इस दौरन इन कंपनियों की कुल बिक्री 660 अरब रूपए रही। पिछले साल की समान तिमाही में यह 587 अरब रूपए तथा इसकी वृद्धि दर 18.9 प्रतिशत रही थी, जबकि पिछले साल अक्टूबर दिसंबर की तिमाही में उनकी बिक्री 671 अरब रूपए तथा वृद्धि दर 8.0 प्रतिशत रही थी। मार्च 2015 में समाप्त तिमाही के दौरान आईटी कंपनियों का शुद्ध मुनाफा 15.6 प्रतिशत घटकर 102 अरब रूपए रह गया। पिछले साल मार्च में समाप्त तिमाही में उनका शुद्ध लाभ 42.8 फीसदी बढ़कर 113 अरब रूपए तथा दिसंबर 2014 में समाप्त तिमाही में 6.9 प्रतिशत बढ़कर 132 अरब रूपए रहा था।
इस साल मार्च में समाप्त तिमाही में आई कंपनियों का अपने कर्मचारियों पर होने वाला खर्च पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले 19.1 प्रतिशत बढ़कर 277 अरब रूपए पर पहुंच गया, हालांकि कच्चे माल की लागत में 19.2 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। केंद्रीय बैंक ने बताया कि 2014-15 आखिरी तिमाही में गैर-आईटी सेवा क्षेत्र की कंपनियों के प्रदर्शन में स्थिरता देखी गई और उनकी बिक्री 11.1 प्रतिशत बढ़कर 786 अरब रूपए रही।
गत वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में उनकी बिक्री 11.4 फीसदी बढ़ी थी। वहीं, उनका मुनाफा पांच प्रतिशत बढ़कर 47 अरब रूपए रहा। विनिर्माण क्षेत्र की कंपनियों की बिक्री और मुनाफा दोनों में कमी दर्ज की गई है। उनकी बिक्री 7.2 फीसदी गिरकर 5442 अरब रूपए तथा शुद्ध लाभ 11.9 प्रतिशत घटकर 261 अरब रूपए रहा। कच्चे तेल की कीमतों में भारी कमी के कारण इस दौरान पेट्रोलियम पदार्थ बनाने वाली कंपनियों की बिक्री में 39.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। कुल मिलाकर 2712 गैर सरकारी गैर-वित्तीय कंपनियों की बिक्री गत 31 मार्च को समाप्त तिमाही में 4.7 फीसदी घटकर 7697 अरब रूपए तथा शुद्ध मुनाफा 12.5 फीसदी घटकर 417 अरब रूपए रह गया है।