script

ऐसे करें रिटायरमेंट प्लानिंग, नहीं होगी कोई दिक्कत

Published: Jul 23, 2017 02:34:00 pm

Submitted by:

manish ranjan

रिटायरमेंट प्लानिंग को लेकर हमारे देश में जागरुकता और अच्छे सिस्टम की कमी है। जिंदगी की दूसरी पारी सुकून और सम्मान से भरपूर रहे इसके लिए जरूरी है कि कम उम्र से ही रिटायरमेंट के लिए इन्वेस्टमेंट शुरू कर दिया जाना चाहिए।

Retirement Planning

Retirement Planning

नई दिल्ली। रिटायरमेंट प्लानिंग को लेकर हमारे देश में जागरुकता और अच्छे सिस्टम की कमी है। जिंदगी की दूसरी पारी सुकून और सम्मान से भरपूर रहे इसके लिए जरूरी है कि कम उम्र से ही रिटायरमेंट के लिए इन्वेस्टमेंट शुरू कर दिया जाना चाहिए। रिटायरमेंट फंड को महज टैक्स सेविंग के रूप में नहीं देखना चाहिए। हालांकि इस संबंध में व्यवस्थागत स्तर पर भी काफी सुधार की आवश्यकता है। इसके लिए सरकारी विकल्पों को मजबूती के साथ-साथ लचीलेपन की भी आवश्यकता है, ताकि अधिक से अधिक लोग इसके लिए आकर्षित हो। इसका फायदा आम लोगों के साथ देश की अर्थव्यवस्था को होगा। इसलिए सरकार को चाहिए जल्द से जल्द कुछ अच्छे प्रोडक्ट मार्केट में लॉन्च करने चाहिए। 


समान संरचना एवं लाभ की जरूरत

कई संस्थाएं रिटायरमेंट की बचतों को आकर्षित करने का प्रयास कर रही हैं। ईपीएफओ, एनपीएस, सुपरएन्युएशन फंड्स एवं युचुअल फंड्स इसके उदाहरण हैं। सरकार को प्रतिस्पर्धा के लिए समान संरचना एवं लाभ देना चाहिए और बचतकर्ता को समुचित विकल्प उपलब्ध कराना चाहिए। एक दिन पहले सरकार जो नइ्र पेंशन स्कीम ले कर आई है उसके बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि इसमें सिर्फ 8 फीसदी की दर से फिक्स रिटर्न मिलेगा। इसके अलावा और कोई आकर्षक लाभ इसमें नहीं दिखाई देता। सरकार को इसको और आकर्षक बनाने की जरूरत है। 


टैक्सेशन में मिल सकता है लाभ

यदि बचतकर्ता एन्युटी के विकल्प का चयन करता है, तो टैक्सेशन की समस्या के एक बड़े भाग का समाधान हो जाएगा। यदि कर्मचारी एक वर्ष में एन्युटी को नहीं प्राप्त करता है और कई वर्षों से रिसीट्स की प्राप्ति नहीं होती है, तो इनकम टैक्स के अंतर्गत स्लैब्स का लाभ उठाया जा सकता है। इसके लिए एक मूल छूट की सीमा होगी, तब 10 से 20 फीसदी का स्लैब होगा, इसलिए इसका दुष्प्रभाव बहुत अधिक नहीं होगा। इसके अतिरिक्त वरिष्ठ नागरिकों के लिए छूट सीमा अधिक है।

ट्रेंडिंग वीडियो