बट्ट के अनुसार, वकार ने यह फैसला उस समय लिया था जब टीम के तत्कालीन प्रबंधक नावेद अकरम चीमा ने ड्रेसिंग रूम में हुई इस घटना की जानकारी बोर्ड को दे दी थी। वकार के साथ किसी खिलाड़ी ने खराब व्यवहार किया था और उन्हें “सिफारशी” कहा था। मामला गंभीर था और बोर्ड के पास पहुंच गया था। मैंने शहजाद से भी बात की थी और उन्हें समझाया था कि वह शाहिद आफरीदी के संपर्क में अधिक हैं। वकार इस घटना से बहुत दुखी थे लेकिन मैंने ही उन्हें सलाह दी कि वह अपना फैसला वापिस लें क्योंकि यह इस्तीफा देने का सही समय नहीं है।
बट्ट अक्टूबर 2008 से अक्टूबर 2011 तक पीसीबी के अध्यक्ष रहे थे। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की सह-मेजबानी में आयोजित हुए विश्वकप के दौरान खबरें आई थीं कि शहजाद, उमर अकमल समेत कुछ खिलाडियों को वकार से समस्या है। हाल ही में शहजाद का नाम राष्ट्रीय टी20 चैंपियनशिप के दौरान खराब प्रदर्शन करने वाली लाहौर टीम की जांच प्रक्रिया में भी उछला था और मीडिया रिपोर्टो में कहा गया था कि उन्होंने लाहौर के कप्तान अजहर अली पर दबाव बनाया था।