खिलाडियों के हितों के टकराव मामलों ने बढ़ाया BCCI का सिरदर्द
Published: Aug 03, 2015 10:05:00 am
हितों का टकराव मामले में BCCI की आचार संहिता लागू होने पर सचिन, दविड़, लक्ष्मण और
गांगुली जैसे कई दिग्गज क्रिकेटर इसके दायरे में आ जाएंगे
sachin dravid ganguly and laxman
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) ने “हितों के टकराव” मामले में आचार संहिता बनाने पर काम करना शुरू कर दिया है। बोर्ड अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने कहाकि बीसीसीआई अपनी गरिमा को लेकर चिंतित और प्रतिबद्ध है। तैयार हो रही आचार संहिता में बीसीसीआई के भीतर व्यवहार एवं आचरण के बुनियादी तत्वों को शामिल किया जाएगा।
बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर ने कहाकि इस आचार संहिता में आचरण से संबंधित न्यूनतम अपेक्षाओं का जिक्र होगा। इसके लिए सभी राज्य क्रिकेट संघों को जानकारी भेज दी गई है। इसके तहत जल्द ही खिलाडियों को भी इस आचार संहिता पर साइन करने को कहा जाएगा।
वहीं इसके लागू होने पर कई पूर्व क्रिकेटर्स इसके दायरे में आ जाएंगे और उनके सामने किसी एक पद को चुनने का विकल्प होगा। वर्तमान में पूर्व क्रिकेटर रोजर बिन्नी टीम इंडिया के चयनकर्ता है और उनके बेटे स्टुअर्ट बिन्नी टीम इंडिया की ओर से खेलते हैं। वहीं राहुल द्रविड़,वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज क्रिकेटर बीसीसीआई की सलाहकार समिति में तो है ही साथ ही इनके पास आईपीएल फ्रैंचाइजियों के कॉन्ट्रेक्ट भी है।
खिलाडियों के मामले में को लेकर
बीसीसीआई में माथापच्ची जारी है। बोर्ड के कुछ सदस्यों का मानना है कि खिलाडियों को
इस दायरे से अलग रखा जाना चाहिए तो कुछ सदस्यों का कहना है कि नियम सबके लिए समान
होना चाहिए। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि मामला काफी पेचीदा
है।
ये खिलाड़ी है हितों के टकराव के दायरे मेंअनिल कुम्बले: बीसीसीआई
तकनीकी समिति के अध्यक्ष और आईपीएल में मुंबई इंडियंस के मेंटर।
सुनील गावस्कर:
बीसीसीआई से कमेंट्री का अनुबंध, खुद की स्पोर्ट मैनेजमेंट कंपनी भी चलाते
हैं।
रवि शास्त्री: टीम इंडिया के डायरेक्टर, आईपीएल गवर्निग कमिटी के सदस्य और
बीसीसीआई से कमेंट्री का अनुबंध।
सौरव गांगुली: बीसीसीआई सलाहकार समिति के सदस्य
और कमेंट्री का अनुबंध।
संजय बांगड़: भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच और आईपीएल में
किंग्स इलेवन पंजाब के कोच।