1. एमएस धोनी
पहले मैच में कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी आउट ऑफ टच दिखे। बल्ले से भी वे बैरंग नजर आए और आखिरी गेंद पर छक्के के अलावा कुछ खास नहीं कर पाए। वहीं रनों के बचाव के दौरान भी धोनी विकल्पों की कमी से जूझते नजर आए। टीम चयन के दौरान भी उन्होंने कुछ गलतियां की जो बाद में भारी पड़ी। हरभजन सिंह को न चुनने से गेंदबाजी में अनुभव की कमी साफ नजर आई, साथ ही अजिंक्या रहाणे को बाहर बैठाने का फैसला भी समझ से परे था।
2. भुवनेश्वर कुमार
तेज गेंदबाजी में वे इस सीरिज में टीम इंडिया के अगुवा हैं और सबसे अनुभवी भी हैं। पहले मैच में वे टीम को शुरूआती सफलता दिलाने में नाकाम रहे थे साथ ही रन भी नहीं रोक पाए। इसके चलते नवोदित गेंदबाज श्रीनाथ अरविंद पर दबाव आ गया था और वे इसका सामना नहीं कर पाए। इस मैच में भुवी से उम्मीद होगी कि वे न केवल टीम इंडिया को शुरूआती सफलता दिलाएं बल्कि रनों पर भी अंकुश लगाए।
3. मोहित शर्मा
हरियाणा के इस तेज गेंदबाज पर कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को काफी भरोसा है और इसी के चलते जरूरत पड़ने पर धोनी मोहित पर विश्वास जताते हैं। धर्मशाला में मददगार कंडीशन में भी मोहित अपना जादू नहीं बिखेर पाए। उन्होंने 10 से ज्यादा की औसत से रन लुटाए जिससे टीम इंडिया 200 रन के लक्ष्य का बचा पाने में नाकाम रही। उनसे उम्मीद है कि कटक में वे अपनी स्लोअर गेंदों को ज्यादा अच्छे तरीके से इस्तेमाल करेंगे।
4. सुरेश रैना
सुरेश रैना ने धर्मशाला में छोटी सी लेकिन ताबड़तोड़ पारी खेली लेकिन कोहली और रोहित के आउट होने के बाद वे धोनी के साथ मिलकर अंत तक क्रीज पर नहीं टिक सके। इसके चलते टीम इंडिया 220-225 के स्कोर तक नहीं पहुंच पाई। इस बार प्रशंसकों को उम्मीद होगी रैना आखिरी तक डटे रहकर टीम इंडिया को विजयी बनाएंगे।