पहले बोली में लुटाए पैसे, अब “अपनों” से ही लोन ले रही दिल्ली
Published: May 07, 2015 12:51:00 pm
यदि टीम फाइनल या सेमीफाइनल तक पहुंचने में नाकाम रही तो स्थिति और बिगड़ सकती है
नई दिल्ली। आईपीएल-8 में प्ले ऑफ में पहुंचने के लिए दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाड़ी मैदान पर जंग लड़ रहे हैं तो उनके टीम मालिक माली हालत सुधारने की जद्दोजहद कर रहे हैं। आईपीएल के आठ सीजन बीत चुके हैं और तीन बार(2008, 2009 और 2012) को छोड़ दिया जाए तो टीम लीग दौर से आगे नहीं बढ़ पाई है। टीम गहरे कर्ज में डूबी हुई है। पिछले साल हुई टीम शेयरहोल्डर्स की बैठक में निदेशकों को 200 करोड़ का लोन लेने को कहा गया।
पिछले साल दिसंबर से लेकर अभी तक कंपनी अपनी मूल कंपनी जीएमआर से 57 करोड़ का लोन ले चुकी है। कंपनी से जुड़े एक अधिकारी का कहना है कि टीम के लिए यह सीजन काफी अहम है। यदि टीम फाइनल या सेमीफाइनल तक पहुंचने में नाकाम रही तो स्थिति और बिगड़ सकती है। इस साल खिलाडियों की बोली के बाद 21 फरवरी को टीम कंपनी को 50 करोड़ रूपये देने का प्रस्ताव पास किया गया। टीम ने बोली के दौरान जमकर बोली लगाई थी। उन्होंने युवराज सिंह पर अब तक की सबसे बड़ी 16 करोड़ रूपये की बोली लगाई थी।
इनके अलावा टीम ने एंजेलो मैथ्यूज को सात, जहीर खान को चार, अमित मिश्रा को 3.2 करोड़ रूपये में खरीदा था। इसके अलावा टीम ने युवा खिलाड़ी श्रेयस अय्यर के लिए भी 2.6 करोड़ रूपये खर्च किए। गौरतलबल है कि इंफ्रास्ट्रक्चर दिग्गज जीएमआर ने दिल्ली की फ्रैंचाइजी को 2008 में 532.9 करोड़ रूपये में खरीदा था।